वर्चुअल कार्यक्रम में बोले राज्यपाल, उदयपुर के सुखाड़िया विश्वविद्यालय में बनेगा प्रदेश का पहला संविधान पार्क
राज्यपाल कलराज मिश्रा ने गुरुवार को ऑनलाइन इस पार्क का शिलान्यास किया। पार्क के मध्य में 75 फीट ऊंचा एक नक्काशीदार स्तम्भ बनाया जाएगा जिसमें नीति निर्देशक तत्व एवं मूल कर्तव्यों की सचित्र जानकारी प्रदर्शित की जाएगी। पार्क में संविधान के मूल पाठ को उकेरा जाएगा।
जासं, उदयपुर। यहां मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय में प्रदेश का पहला संविधान पार्क का निर्माण होगा। जिसके निर्माण में 90 लाख रूपए व्यय होने का अनुमान है। राज्यपाल एवं कुलाधिपति कलराज मिश्रा ने गुरुवार को ऑनलाइन इस पार्क का शिलान्यास किया। संविधान पार्क सुखाड़िया विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन के सामने खाली स्थान पर विकसित किया जाएगा। पार्क में संविधान के मूल पाठ को उकेरा जाएगा। पार्क के मध्य में 75 फीट ऊंचा एक नक्काशीदार स्तम्भ बनाया जाएगा, जिसमें नीति निर्देशक तत्व एवं मूल कर्तव्यों की सचित्र जानकारी प्रदर्शित की जाएगी।
विषय वस्तु भी प्रदर्शित होगी, खुले संग्रहालय के रूप में एक लघु वाटिका
जिससे विद्यार्थी ही नहीं, बल्कि यहां आने वाला हर व्यक्ति इससे प्रेरणा ले सके। संविधान की संकल्पना के अनुरूप विस्तार से जानकारी देने के लिए विषय वस्तु भी प्रदर्शित की जाएगी। एक तरह से यह खुले संग्रहालय के रूप में एक लघु वाटिका होगी।
राज्यपाल बोले-भारतीय संविधान मानव अधिकारों का वैश्विक दस्तावेज
राज्यपाल कलराज मिश्रा ने अपने उद्धबोधन में कहा कि अधिकारों एवं कर्तव्यों में संतुलन बहुत आवश्यक है। हमें इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। अधिकारों का प्रयोग कहीं अराजकता में ना बदल जाए इस पर भी
गहराई से चिंतन की जरूरत है।
भारतीय संविधान की विश्व भर में अलग पहचान, आजादी की मर्यादा
उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान की विश्व भर में अलग पहचान है एवं यह मानव अधिकारों का वैश्विक दस्तावेज है। राज्यपाल ने कहा कि संविधान आजादी की मर्यादा है और इसी के अनुरूप हमें उपलब्ध संसाधनों का इस्तेमाल करते हुए प्रगति पथ पर आगे बढ़ना है।
राजस्थानी कला का प्रतिनिधित्व, विकास में मील का पत्थर साबित
राजस्थान के कला निष्णात कृपाल सिंह शेखावत ने संविधान की मूल प्रति में राजस्थानी कला का जो प्रतिनिधित्व किया है वह राजस्थानी कला के विकास के लिए मील का पत्थर साबित हुआ है।
न्यायमूर्ति माथुर बोले, अपने कर्तव्यों के प्रति सजग होना भी जरूरी
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि राजस्थान उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति विनीत माथुर ने कहा कि उदयपुर में सुखाड़िया विश्वविद्यालय द्वारा बनाए जा रहा संविधान पार्क बेहद महत्वपूर्ण साबित होगा। यह छात्रों के साथ ही पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बनेगा, क्योंकि उदयपुर पर्यटन नगरी है।
कर्तव्य है, सजग हों-भारतीय संविधान में अबतक 104 बार संशोधन
माथुर ने कहा कि हम सभी लोग अधिकारों के प्रति बेहद सजग हैं लेकिन कर्तव्य के प्रति इतनी जागरुकता नहीं है इसके लिए हम सबको जागरुक एवं सजग बनना होगा। उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अधिवक्ता कुलदीप माथुर में कहा कि भारतीय संविधान में अब तक 104 संशोधन हो चुके है।
थानवी बोले-संविधान निर्मात्री सभा में राजस्थान का योगदान भूला नहीं
यह कमजोरी नहीं बल्कि इस बात का प्रतीक हैं कि यह बदलाव लाने में सक्षम है। यही हमारे संविधान की ताकत है। कार्यक्रम में हरिदेव जोशी पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय जयपुर के कुलपति ओम थानवी ने संविधान सभा में राजस्थान के प्रतिनिधियों का जिक्र किया एवं उनका नाम लेते हुए कहा कि संविधान निर्मात्री सभा में राजस्थान का अविस्मरणीय योगदान रहा है।
न्याय, समता, व्यक्ति की गरिमा के सिद्धांत भारतीय संविधान की पाती
उन्होंने कहा कि न्याय, स्वाधीनता, समता, व्यक्ति की गरिमा के सिद्धांत भारतीय संविधान की पाती है और यही उद्देश्यिका हमें संक्रमण काल में कई संकटों से बचाएगी। कार्यक्रम के शुरू में सुखाड़िया विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अमेरिका सिंह ने अतिथियों का स्वागत करते हुए संविधान पार्क के बारे में विस्तार से जानकारी दी।