Rajasthan: मेडल जीतने वालों को नौकरी देगी गहलोत सरकार
Gehlot Government. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट में खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने को लेकर सरकारी नौकरी देने की घोषणा की थी।
जयपुर, जागरण संवाददाता। Gehlot Government. अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियागिताओं में मेडल जीतने वाले प्रदेश के खिलाड़ियों को राजस्थान सरकार आउट ऑफ टर्न बिना वैकेंसी के सरकारी नौकरी देगी। यह नौकरी खिलाड़ियों को सीधे ही मिलेगी, इसके लिए उन्हें किसी तरह की परीक्षा पास करने की जरूरत नहीं होगी। इस संबंध में कार्मिक विभाग ने गुरुवार को आदेश जारी किए हैं।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट में खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने को लेकर सरकारी नौकरी देने की घोषणा की थी। कार्मिक विभाग के आदेश में मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों की तीन श्रेणियां तय की गई है। खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी के लिए खेल और युवा मामलों के प्रमुख सचिव के समक्ष आवेदन करना होगा। यह आवेदन मेडल जीतने के तीन साल के अंदर करना होगा।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान के बड़े मुद्दों और केंद्र सरकार में अटकी राजस्थान की राशि दिलाने में विपक्ष का सहयोग मांगा है। उन्होंने आर्थिक स्थिति के लिए एक बार फिर केंद्र सरकार की नीतियों को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि मौजूदा केंद्र सरकार मंदी शब्द मानने को ही तैयार नहीं है, जबकि सारे विशेषज्ञ और अर्थशास्त्री इस विषय में सरकार को चेता रहे हैं।
राजस्थान सरकार के अगले वित्तीय वर्ष का बजट पारित होने के मौके पर विधानसभा में हुई चर्चा का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कई बड़े राज्यों में पक्ष और विपक्ष के लोग उनके राज्यों के बड़े मुद्दों पर मिलकर केंद्र सरकार से बात करते हैं। राजस्थान में भी पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना, हर घर नल योजना, राजस्थान की रेल परियोजनाएं, बाड़मेर रिफाइनरी, आपदा राहत के तहत मिलने वाली सहायता और मनरेगा तथा विभिन्न योजनाओं के तहत केंद्र में अटकी राशि जैसे कई मुद्दे हैं, जिनमें हमें विपक्ष का सहयोग चाहिए। हम चाहते हैं कि विपक्ष के लोग केंद्र सरकार पर इन कामों के लिए दबाव बनाएं और राज्य के हित में यह काम कराएं।
उधर, राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने इस मुद्दे पर कहा कि प्रदेश के मुद्दों पर केंद्र सरकार का सहयोग दिलाने के लिए विपक्ष तैयार है लेकिन यह नहीं हो सकता कि हम हर बात में केंद्र सरकार की आलोचना करें और फिर सहायता की उम्मीद भी करें।