Lockdown: राजस्थान में गोशालाओं को 270 करोड़ रुपये का मिला अनुदान, पशुओं के संरक्षण पर होगा काम
Lockdown. गोशालाओं को पशुओं के भरण-पोषण के लिए 270 करोड़ रुपये का अनुदान स्वीकृत किया गया है। इस राशि में से 100 करोड़ का भुगतान भी कर दिया गया है।
जागरण संवाददाता, जयपुर। लॉकडाउन की वजह से पशु भी बड़े पैमाने पर प्रभावित हुए हैं। वहीं, सरकारी स्तर पर राहत देने के प्रयास भी जारी हैं। कृषि व पशुपालन विभाग के मंत्री लालचंद कटारिया ने बताया कि प्रदेश में कुल 1950 गोशालाएं पंजीकृत हैं। इन गोशालाओं को पशुओं के भरण-पोषण के लिए 270 करोड़ रुपये का अनुदान स्वीकृत किया गया है। इस राशि में से 100 करोड़ का भुगतान भी कर दिया गया है। लॉकडाउन के दौरान पशु चारे के परिवहन को भी अनुमति दी गई है।
उधर, पशुओं को रोगों से बचाने के भी व्यापक इंतजाम किए जा रहे हैं। कृषि मंत्री लालचंद कटारिया ने बताया कि प्रदेश में पशु चिकित्सा से जुड़ी सभी इकाइयां पहले की तरह यथावत खुली हैं। रोगी पशुओं की नियमित चिकित्सा की जा रही है। लॉकडाउन में 65 प्रकार की औषधियां विभागीय चिकित्सा इकाइयों पर उपलब्ध हैं। गलघोंटू, फड़किया और लंगड़ा बुखार के 7 लाख टीकों का पशु चिकित्सा संस्थाओं को वितरण किया जा चुका, जबकि अगले सप्ताह तक 15 लाख और टीकों का वितरण किया जाएगा। लॉकडाउन के दौरान पशुपालन, मत्स्य और डेयरी से जुड़ी सभी गतिविधियों को भी अनुमति दी गई हैं।
कोरोना महामारी के तहत पशुपालन विभाग की गतिविधियों को गति देने के लिए 134.31 करोड़ की कार्ययोजना भी तैयार की गई है। पशुपालन विभाग के शासन सचिव डॉ. राजेश शर्मा ने बताया कि इस राशि से पशु स्वास्थ्य, नस्ल सुधार, कुक्कुट पालन और ऊंट पालन के लिए प्रोत्साहन कार्य किए जाएंगे। वहीं, अनुसूचित जनजाति विकास के अंतर्गत प्रदेश में आदिवासी जाति के पशुपालकों के विकास के लिए 12.61 करोड़ के त्रिवर्षीय प्रस्ताव भी तैयार कर आयोजना विभाग को भिजवाए गए है।
गौरतलब है कि राज्य के 33 में से 31 जिलों में कोरोना वायरस फैल चुका है। इनमें सबसे अधिक 1111 जयपुर में, जोधपुर में 842, अजमेर में 187, अलवर में 18, बांसवाड़ा में 66, बांरा व सिरोही में 1-1, बाड़मेर व जालौर में 3, भरतपुर में 116, भीलवाड़ा में 39, बीकानेर में 38, चित्तौड़गढ़ में 116,चूरू में 14, दौसा व धौलपुर में 21-21, डूंगरपुर व सवाईमाधोपुर में 9-9, हनुमानगढ़ में 11, जैसलमेर में 35, झालावाड़ में 45, झुंझुनूं में 42, करौली व प्रतापगढ़ में 4-4, कोटा में 223, नागौर में 119, पाली में 47, पाली में 7, राजसमंद में 6, सीकर में 8, टोंक में 136, उदयपुर में 16 व बीएसएफ के 42 जवानों के साथ ही ईरान से एयरलिफ्ट कर लाए गए 61 लोग शामिल हैं। इनमें से 1740 लोग स्वस्थ हो चुक हैं। राज्य में अब केवल बूंदी एवं श्रीगंगानगर दो जिले कोरोना से बचे रहे हैं।