Move to Jagran APP

सालों से अदालतोें में लंबित मामलों का चारपाई की चौपाल में हो रहा समझौता, विधायक की पहल पर शुरू हुई मुहिम

चारपाई की चौपाल के तहत विधायक दोनों पक्षों को आमने-सामने बिठाकर विवाद का निपटारा करते हैं। दोनों पक्षों के बीच आपस में लिखित समझौता करवाया जाता है। इस मौके पर गांव के प्रमुख लोग भी मौजूद रहते हैं।

By Priti JhaEdited By: Published: Mon, 27 Sep 2021 01:06 PM (IST)Updated: Mon, 27 Sep 2021 01:49 PM (IST)
सालों से अदालतोें में लंबित मामलों का चारपाई की चौपाल में हो रहा समझौता, विधायक की पहल पर शुरू हुई मुहिम
चारपाई की चौपाल के माध्‍यम से लोगोंं के विवादों का निपटारा कराते विधायक रामनिवास गावडिया।

जयपुर, नरेन्द्र शर्मा। गांवों में खेत और रास्तों को लेकर अक्सर विवाद होते रहते हैं। ये विवाद अदालतों तक जाते हैं तो कई सालों तक निपटारा नहीं हो पाता। काफी पैसा अदालतों में केस लड़ने में खर्च हो जाता है। पुलिस थानों के चक्कर लगाने पड़ते हैं। ग्रामीणों के आपसी विवादों को स्थानीय स्तर पर हल करने के लिए राजस्थान में नागौर जिलेे के विधायक रामनिवास गावड़िया ने चारपाई की चौपाल नाम से एक अभियान शुरू किया है।

loksabha election banner

चारपाई की चौपाल के तहत विधायक दोनों पक्षों को आमने-सामने बिठाकर विवाद का निपटारा करते हैं। दोनों पक्षों के बीच आपस में लिखित समझौता करवाया जाता है। इस मौके पर गांव के प्रमुख लोग भी मौजूद रहते हैं। नागौर जिले की परबतसर विधानसभा सीट से पहली बार विधायक बने 27 वर्षीय गावड़िया पिछले छह माह में आपसी बातचीत से उन मामलों का निपटारा किया है, जिनकोें लेकर दो पक्षोें में पिछलें 55 से 60 सालों से दो पक्षों के बीच विवाद चल रहा था । इनमें कई मामले एक ही परिवार के तो कुछ दो अलग-अलग समाजों के शामिल हैं।

ऐसे करते हैं चौपाल

विधायक गावड़िया ग्रामीण इलाकों में जाते हैं और गांव के बीच चारपाई बिछा कर बैठते हैं। उनके साथ गांव के प्रमुख लोग और जिनके बीच विवाद होता है वे भी चारपाई पर बैठते हैं। चारपाई पर बैठकर दोनों पक्षों के बीच समझौता वार्ता शुरू होती है। दोनों पक्ष अपना-अपना पक्ष रखते हैं और फिर विधायक गांव के प्रमुख लोगों से बात कर विवादास्पद मुद्दे पर समझौता करवा देते हैं। दोनों के बीच लिखित में समझौता होता है, जिस पर विधायक गवाह के रूप में हस्ताक्षर करते हैं। समझौते में यह भी लिखा जाता है कि वे भविष्य में अदालत अथवा पुलिस थानों में नहीं जाएंगे ।

समझौता पुलिस थाने में लिखित में दिया जाता है। अब तक वरूणा, भड़सिया, पीलवा, बस्सी, बानसर, बिसास, देवगढ़ धोलिया गांवों में 5 से 6 दशक से चले आ रहे मामलों का निपटारा चारपाई की चौपाल का आयोजन कर किया गया। जिन लोगों के विवादों का निपटारा हुआ उनमें से एक 75 वर्षीय भंवराराम ने बताया कि उनके परिवार का 60 साल से जितेंद्र सिंह के साथ जमीन को लेकर झगड़ा चल रहा था। दोनों पक्ष कई दशकों से अदालत में चक्कर लगा रहे थे। लेकिन अब विधायक के प्रयास से मामला खत्म हो गया।

विधायक बोले,आपसी भाईचारा बना रहे इसलिए यह पहल की गई

विधायक गावड़िया का कहना है कि ग्रामीणों में आपसी सौहार्द, भाईचारा और प्रेम बना रहे इसलिए यह मुहिम चलाई गई है। आम सहमति से विवादों का हल होता है  इस मुहिम से जल्द ही क्षेत्र में विवादों से मुक्ति मिलेगी।  कुछ ऐसे मामलों का भी निपटारा हुआ,  जिनमें सभी पक्ष कई सालों से अदालतों के चक्कर लगा रहे थे।  खेत, पैतृक संपति के बंटवारे, लेनेदन और मेड़बंदी के विवादों को हल किया गया है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.