Fake Arms License बनवाकर कर रहे थे बैंक सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी, चढ़े पुलिस के हत्थे Udaipur News
Fake Arms License. फर्जी हथियार लाइसेंस बनवाकर कर बैंक सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करने के आरोप में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है।
उदयपुर, जेएनएन। फर्जी हथियार लाइसेंस बनाकर उदयपुर में बैंक सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करने वाले चार लोगों को पुलिस ने हथियार सहित गिरफ्तार किया है। इनमें से तीन बैंक ऑफ बड़ौदा की विभिन्न शाखाओं व एक अभियुक्त सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की शाखा पर सिक्योरिटी गार्ड के रूप में तैनात थे। इनके पास से 12 बोर की अवैध राइफल्स भी बरामद की गई हैं।
जिला पुलिस अधीक्षक कैलाश चंद्र बिश्नोई ने बताया कि सरदारपुरा स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा के सिक्योरिटी गार्ड बुद्ध सिंह पुत्र रमेश सिंह निवासी लहरौली थाना उमरी जिला भिंड मध्य प्रदेश को भूपालपुरा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उसके हथियार का लाइसेंस चेक किया तो उक्त लाइसेंस फर्जी पाया गया।
अम्बामाता थाना पुलिस ने चरक हॉस्टल के सामने स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा के सिक्योरिटी गार्ड महिपाल सिंह पुत्र पुरुषोत्तम सिंह निवासी धीरवल का गुडा जिला मुरैना मध्य प्रदेश को गिरफ्तार किया है। उसका लाइसेंसी हथियार महिपाल के भाई बलवीर सिंह के नाम से पाया गया। जो जम्मू-कश्मीर के उधमपुर से फर्जी तरीके से जारी होना सामने आया। इस संबंध में महिपाल सिंह से पूछताछ की तो उसने बताया की उसने ही उसके गांव से किसी व्यक्ति से रूपये देकर यह लाइसेंस बनवाया है, जबकि दोनों भाई कभी उधमपुर नहीं गए।
इसी तरह सलूम्बर स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा के सिक्योरिटी गार्ड नारायण सिंह पुत्र इन्द्रजीत सिंह, निवासी मुरैना (मध्य प्रदेश) द्वारा पेशशुदा हथियार लाइसेंस की जांच की तो वह लाइसेंस जिला दीमापुर (नागालैंड) से जारी होना सामने आया। इस संबंध में नारायण सिंह से पूछताछ की तो पता चला कि उसने उक्त लाइसेंस फर्जी तरीके से बनवाया है। हिरण मगरी से 4 स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की शाखा के सिक्योरिटी गार्ड गोपाल सिंह पुत्र राम सिंह, निवासी बड़ी सादड़ी, जिला उदयपुर द्वारा पेशशुदा हथियार का लाइसेंस भी जिला दीमापुर (नागालैंड) से जारी होना सामने आया। इस संबंध में गोपाल से पूछताछ की तो उसने भी बताया कि उक्त लाइसेंस फर्जी तरीके से बनाया है।
उक्त चारों को 12 बोर राइफल हथियार सहित गिरफ्तार कर संबंधित सभी थानों में प्रकरण पंजीबद्ध कर अनुसंधान आरंभ किया गया है। उक्त तीनों बैंक ऑफ बड़ौदा में लगे सिक्योरिटी गार्ड टाइगर फॉर सिक्योरिटी एजेंसी दिल्ली से व सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में लगे सिक्योरिटी गार्ड बॉम्बे इंटेलीजेंसी सिक्योरिटी एजेंसी जयपुर के मार्फत लगे हुए थे। इस संबंध में संबंधित एजेंसी से व बैंक अधिकारियों से भी पूछताछ की जाएगी। उक्त चारों सिक्योरिटी गार्ड बैंकों में लगभग डेढ़ वर्ष से सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी कर रहे थे। उनसे भी विस्तृत पूछताछ जारी है।
राजस्थान की अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप