Fraud: 15 करोड़ की ठगी के आरोप में आठ गिरफ्तार
Gujarat अमेरिकी नागरिक से गिरोह ने 1.5 लाख रुपये ठगे हैं। पुलिस की जांच में सामने आया कि यह गिरोह ने अब तक 15 करोड़ रुपये ठग लिए हैं। गिरोह के सदस्य फर्जी बैंक खाते खुलवाने फर्जी मोबाइल सिम जारी कराने और एटीएम से ठगी करने में माहिर है।
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान में अलवर पुलिस ने यौन उत्पीड़न और फिशिंग के जरिए लोगों को ब्लैकमेल करने वाले गिरोह का खुलासा किया है। इस मामले में आठ युवकों को गिरफ्तार किया गया है। इस गिरोह ने अमेरिका के टेक्सास में रहने वाले एक व्यक्ति सहित देश के विभिन्न राज्यों में अब तक 20 लोगों को अपना शिकार बनाया है। अलवर पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम ने बताया कि अमेरिकी नागरिक से गिरोह ने 1.5 लाख रुपये ठगे हैं। पुलिस की जांच में सामने आया कि यह गिरोह ने अब तक 15 करोड़ रुपये ठग लिए हैं। गिरोह के सदस्य फर्जी बैंक खाते खुलवाने, फर्जी मोबाइल सिम जारी कराने और एटीएम से ठगी करने में माहिर है। पकड़े गए सभी सभी युवक दौसा जिले के कोट गांव निवासी हैं। पूछताछ में उन्होंने बताया कि कोट गांव में 70 फीसद युवक इसी तरह की ठगी करने का काम करते हैं। गौतम ने बताया कि गिरोह के पास से 1.87 लाख नकद, एक लग्जरी कार, 12 मोबाइल फोन और तीन एटीएम कार्ड बरामद किए गए हैं।
ऐसे करते थे ठगी
यौन उत्पीड़न के जरिए गिरोह के सदस्य अश्लील वीडियो दिखाकर स्क्रीन रिकॉर्डर से रिकॉर्डिंग कर लेते हैं। इसके बाद संबंधित व्यक्ति को फोन कर ब्लैकमेल करते हुए पैसे मांगते हैं। इसी तरह फिशिंग में लड़की बनकर किसी से सोशल मीडिया पर दोस्ती करते हैं। अलवर पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम ने बताया कि एक अगस्त को कांस्टेबल जगबीर को मुखबीर से इस गिरोह के बारे में सूचना मिली थी। जांच में सामने आया कि एक युवक लड़की बनकर वीडियो चैट करता है। फिर वीडियो वायरल करने की धमकी देकर संबंधित व्यक्ति से पैसों की मांग करता है। इस पर कांस्टेबल इमरान को बोगस ग्राहक बनाकर गिरोह के पास भेजा गया। गिरोह के सदस्य सोजत ने इमरान से 10 हजार रुपये मांगे, नहीं देने पर वीडियो वायरल करने की धमकी दी। इसके बाद पुलिस ने गिरोह के सदस्यों की धरपकड़ शुरू की। अलवर के रूपबास के पास एक कार को रोका गया।
कार में बैठे साजिद का मोबाइल पुलिसकर्मियों ने देखा तो इमरान के साथ चैटिंग का वीडियो मिला। अन्य कई लोगों के अश्लील वीडियो मिले। इस पर पुलिस ने कार में बैठे साजिद, असफाक और राशिद को गिरफ्तार कर लिया। इन तीनों ने पूछताछ में अपने पांच अन्य साथियों के नाम बताए। पुलिस ने इनकी निशानदेही पर सैफअली, गफरूद्दीन, सैफ अली, अकरम व मोइल खान को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वह पहले लड़कियों के नाम से सोशल मीडिया के जरिए मैसेज कर दोस्ती करते थे। वीडियो कॉल पर बात करते थे। वीडियो कॉल के समय आरोपित अपना चेहरा नहीं दिखाते थे, लेकिन अश्लील वीडियो सामने वाले व्यक्ति को दिखाते थे। सामने वाले व्यक्ति से कपड़े उतार कर बात करने के लिए कहते थे। इसके साथ ही स्क्रीन रिकॉर्ड कर लेते थे। फिर कॉल या मैसेज कर ब्लैकमेल करते थे।