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Rajasthan: मादक पदार्थों से भरा गोदाम पकड़ा, एक गिरफ्तार

Smuggler arrested in Rajasthan. पुलिस के सहयोग से अवैध गोदाम से मादक पदार्थो की सप्लाई के लिए माल निकालते हुए शिवाड़ निवासी दीपेंद्र जैन को गिरफ्तार किया गया है।

By Sachin MishraEdited By: Published: Thu, 28 Nov 2019 01:29 PM (IST)Updated: Thu, 28 Nov 2019 01:29 PM (IST)
Rajasthan: मादक पदार्थों से भरा गोदाम पकड़ा, एक गिरफ्तार

राज्य ब्यूरो, जयपुर। Smuggler arrested in Rajasthan. नशा मुक्त राजस्थान की मुहिम में पुलिस मुख्यालय की सीआइडी अपराध शाखा की विशेष टीम ने मंगलवार रात सवाई माधोपुर जिले में के शिवाड़ में अवैध मादक पदार्थों से भरा गोदाम सीज किया है। गोदाम में बड़ी मात्रा में डोडा पोस्त और अवैध भांग मिली है। पुलिस ने एक तस्कर को भी गिरफ्तार किया है।

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अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस (अपराध शाखा) भगवानलाल सोनी ने बताया कि विशेष टीम ने सवाई माधोपुर जिले के राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध शिवाड़ मंदिर से कुछ ही दूरी पर कई दिनों से गोपनीय रूप से निगरानी कर सवाई माधोपुर एवं आसपास के क्षेत्रों में अवैध मादक पदार्थो की सप्लाई के लिए बनाए गए एक गोदाम का पता लगाया। टीम ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से मंगलवार रात अवैध गोदाम से मादक पदार्थो की सप्लाई के लिए माल निकालते हुए शिवाड़ निवासी दीपेंद्र जैन को गिरफ्तार किया। गोदाम की तलाशी में 56 बोरों में 10 क्विंटल 10 किलो डोडा-पोस्त एवं प्लास्टिक के 65 बोरों में 27.20 क्विंटल अवैध भांग मिली।

एनडीपीएस एक्ट एवं आबकारी अधिनियम में अवैध मादक पदार्थों को जब्त करने की कार्रवाई की गई। मादक पदार्थों की यह भारी खेप नीमच, मध्य प्रदेश से लाई गई थी। आरोपित दीपेंद्र जैन ने बताया कि मादक पदार्थो की यह खेप सवाई माधोपुर के आसपास के क्षेत्रों के अलावा छोटे-छोटे टुकड़ों में राजधानी जयपुर, भीलवाड़ा, बूंदी, सीकर, झुंझुनू व चूरू में बेची जा रही थी। पुलिस के मुताबिक, गोदाम मालिक और तस्करी में सहयोग करने वाले अन्य आरोपितों की तलाश जारी है।

वहीं, राजस्थान एटीएस और आर्मी इंटेलिजेंस की टीम ने बुधवार को करौली जिले के हिंडौन सिटी में कार्रवाई करते हुए एक ई-मित्र पर छापा मारा है। टीम ने ई-मित्र से सेना के जवानों और अधिकारियों से जुड़े दस्तावेज बरामद किए है। यह पूरी कार्रवाई गोपनीय रखी गई, स्थानीय पुलिस को भी इसकी सूचना नहीं दी गई। एटीएस अधिकारियों ने फिलहाल इस बारे में अधिकारिक जानकारी देने से इंकार कर दिया।

आर्मी इंटेलिजेंस और एटीएस को ई-मित्र के बारे में पिछले काफी समय से शिकायत मिल रही थी। यहां सेना के अधिकारियों एवं जवानों के नाम से फर्जी दस्तावेज बनाए जा रहे थे। इन दस्तावेजों के आधार पर सरकारी सुविधाओं का लाभ उठाया जाता था। टीम ने ई-मित्र से एनसीसी कैडेट्स के प्रमाण-पत्र, सेना की डिस्चार्ज बुक, सेना के अधिकारियों एवं जवानों के पहचान-पत्र और मुहर बरामद की है। इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एटीएस फिलहाल इन दोनों से पूछताछ में जुटी है। इनकी पहचान भी सार्वजनिक नहीं की गई है।

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