Rajasthan: जयपुर में भारतीय सेना की गुप्त जानकारी पाकिस्तान भेजने वाला ड्राइवर गिरफ्तार
Rajasthan अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (इंटेलिजेंस) उमेश मिश्रा ने बताया कि सूचना मिली थी कि रामनिवास गौरा पिछले कई साल से सेना की गुप्त जानकारी पाकिस्तान तक पहुंचा रहा है। सूचना मिलने के बाद उस पर इंटेलिजेंस द्वारा खुफिया तौर पर निगरानी रखनी शुरू की गई।
जागरण संवाददाता, जयपुर। Rajasthan: जयपुर में भारतीय सेना के कार्यालय में कार्यरत एक वाहन चालक को जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। शनिवार देर शाम वाहन चालक को राजस्थान पुलिस की इंटेलिजेंस टीम ने गिरफ्तार किया। फिलहाल, आरोपित के खिलाफ सीआइडी के स्पेशल पुलिस स्टेशन में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (इंटेलिजेंस) उमेश मिश्रा ने बताया कि सूचना मिली थी कि रामनिवास गौरा (28) पिछले कई साल से सेना की गुप्त जानकारी पाकिस्तान तक पहुंचा रहा है। सूचना मिलने के बाद उस पर इंटेलिजेंस द्वारा खुफिया तौर पर निगरानी रखनी शुरू की गई।
जांच में सामने आया कि रामनिवास गौरा सोशल मीडिया पर फर्जी नाम से बने एक अकाउंट से संपर्क में था। जिसे आरोपित द्वारा भारतीय सेना की गुप्त सूचना भेजी जा रही थीं। साथ ही, पैसों की भी मांग की जा रही थी। इसके लिए उसने अपने बैंक खातों की डिटेल भी पाकिस्तानी अफसर से शेयर की। इसके बाद शनिवार को आरोपित को इंटेलिजेंस मुख्यालय बुलाकर पूछताछ की गई। सख्ती से की गई पूछताछ में पूरे मामले की जानकारी दी। रामनिवास गौरा प्रदेश में नागौर जिले के परबतसर का रहने वाला है। वह जयपुर के निवारू स्थित सेना के कार्यालय में वाहन चालक का काम करता है। जासूसी के दौरान रामनिवास गौरा ने अब तक क्या-क्या सूचना भेजी, उनकी एवज में कितनी राशि ली इन सबकी पड़ताल की जा रही है। इससे पहले बाड़मेर में एक जेसीबी चालक को गिरफ्तार किया गया था। वह सेना से जुड़ी जानकारी पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ तक पहुंचाता था।
पाकिस्तान सीमा से सटे राजस्थान के बाड़मेर जिले में एंटी टेररिस्ट स्कवॉड (एटीएस) ने एक जासूस को पकड़ा था। जासूस का पिता अरबाज पिछले दिनों नकली नोट चलाने के मामले में गिरफ्तार किया गया है। 500-500 के ये नकली नोट पाकिस्तान से बाड़मेर में आए थे। ये नकली नोट तारबंदी के ऊपर से भारतीय सीमा में भेजे गए थे। पिता को नकली नोट चलाते हुए पकड़े जाने के बाद पुलिस ने बेटे मुस्ताक खान पर नजर रखना शुरू किया। इस दौरान सामने आया कि मुस्ताक खान ने सीमावर्ती क्षेत्र के महत्वपूर्ण सैन्य ठिकानों की कई फोटो और जानकारी मेल के जरिये पाकिस्तान भेजी थी।