लड़ाकू विमान में उड़ान भरने वाली पहली महिला रक्षा मंत्री
केन्द्रीय रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण बुधवार को जोधपुर एयरबेस से सुपरसोनिक लड़ाकू विमान सुखोई-30एमकेआई में को-फ्लाइट के रूप में उड़ान भरेंगी ।
जयपुर, [जागरण संवाददाता] केन्द्रीय रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण बुधवार को जोधपुर एयरबेस से सुपरसोनिक लड़ाकू विमान सुखोई-30एमकेआई में को-फ्लाइट के रूप में उड़ान भरा। जोधपुर स्थित एयरफोर्स स्टेशन में बुधवार को भारतीय सेना के लड़ाकू विमान सुखोई-30एमकेआई में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमन ने उड़ान भरा। इसके साथ ही वे ऐसा करने वाली पहली भारतीय महिला मंत्री बन गयीं। उड़ाने भरने से पहले उन्होंने फाइटर पायलट्स से भी मुलाकात की।
देश की पहली रक्षामंत्री बनने के बाद सीतारमण गत 26 दिसम्बर को सुखाई से उड़ान भरने का कार्यक्रम तय था,लेकिन वे हिमाचल प्रदेश चुनाव के बाद पर्यवेक्षक के तौर पर मुख्यमंत्री चयन में व्यस्त थी । सूर्यनगरी जोधपुर की आकाशीय सीमा में शौर्य और पराक्रम का एक नया इतिहास रचा जाएगा। और यह कमाल करने वाली देश की पहली महिला रक्षा मंत्री बन गयीं निर्मला सीतारमण।
इसके बाद फाइटर पायलट की ड्रेस जी सूट में तैयार होकर सीतारमन विमान में सवार हुई। रक्षा मंत्री ने लड़ाकू विमान के जरिए राजस्थान में भारत के पश्चिमी मोर्चे का जायजा लिया। रक्षा मंत्री का सुखोई में उड़ान भरने का कार्यक्रम पहले पिछले महीने तय किया गया था लेकिन उन्हें हिमाचल प्रदेश चुनाव नतीजों के बाद मुख्यमंत्री की चयन प्रक्रिया में शामिल होने के लिए शिमला जाना पड़ा था। उड़ान भरने से पहले सीतारमन का टेस्ट हुआ और यात्रा के दौरान उन्हें वायुसैनिकों के लिए निर्धारित जी-सूट पहनाया गया।
इससे पहले वे पोखरण में टैंक की सवारी भी कर चुकी है। कुछ दिनों पहले ही उन्होंने विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य का दौरा और बाड़मेर में उत्तरलाई एयर बेस का दौरा किया था। जामनगर में भारतीय नौसेना बेस की यात्रा के दौरान उन्हें मिग 21 फाइटर प्लेन की जानकारी दी गई थी।
सुखोई से कौन-कौन भर चुके हैं उड़ान ?
इससे पहले एनडीए सरकार में रक्षा मंत्री रह चुके जॉर्ज फर्नाडिस पुणे से सुखोई में उड़ान भर चुके हैं। वहीं बतौर राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम, प्रतिभा पाटिल ने भी सुखोई में उड़ान भरी है। इसके अलावा मौजूदा केंद्र सरकार में मंत्री राजीव प्रताप रूडी और किरण रिजीजू भी उड़ान भर चुके हैं।
सुखोई वायुसेना का सबसे बेहतरीन लड़ाकू विमान
वायु सेना में सबसे आगे रहने वाला सुपरसोनिक लड़ाकू विमान सुखोई-30 एमकेआई पलक झपकते ही दुश्मन को आसमान में ही ढेर करने की क्षमता रखता है। महज बीस मिनट में पाकिस्तान में जाकर हमला करने में सक्षम है। भारतीय वायुसेना के पास अभी 220 सुखोई विमान हैं। इसकी रफ्तार 2200 से 2400 किलोमीटर प्रति घंटा है। एक बार में तीन हजार किलोमीटर की दूरी तक हमला बोल सकता है। हवा से हवा में ईंधन लेकर यह आठ हजार किलोमीटर तक जा सकता है। यह आठ हजार किलोग्राम भार के 14 बम ले जा सकता है।यह आठ सबसे खतरनाक लक्ष्य की पहचान कर उन्हें भेद सकता है।