Rajasthan: बाड़मेर में पुलिस हिरासत में युवक की मौत, थाना अधिकारी निलंबित; स्टाफ लाइन हाजिर
Police Custody. राजस्थान के बाड़मेर में पुलिस हिरासत में युवक की मौत का मामला सामने आया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जागरण संवाददाता, जयपुर। Police Custody. राजस्थान के सीमावर्ती बाड़मेर जिले में पुलिस हिरासत में एक युवक की मौत के बाद सरकार में हड़कंप मच गया। इस मामले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर पुलिस थाना अधिकारी दीपसिंह राठौड़ को निलंबित कर दिया गया है।
जिला पुलिस अधीक्षक शरद चौधरी ने थाना अधिकारी को निलंबित करने के साथ ही थाने के समस्त स्टाफ को लाइन हाजिर कर दिया है। मृतक के परिजनों को मुआवजे की मांग को लेकर ग्रामीणों ने आंदोलन शुरू किया और शव लेने से इनकार कर दिया। पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारी मृतक के परिजनों एवं ग्रामीणों को समझाने में जुटे हैं।
परिजनों ने शव लेने से किया इनकार
बाड़मेर जिले के हमीरपुरा निवासी जितेंद्र उर्फ जीतू खटीक को ग्रामीण थाना पुलिस ने चोरी के आरोप में बुधवार को दोपहर में हिरासत में लिया था। गुरुवार को सुबह पुलिस हिरासत में अचानक जीतू की बिगड़ी तबीयत बिगड़ गई। इस पर इलाज के लिए जिला अस्पताल ले जाया गया,जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इससे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया और आला अधिकारी तत्काल अस्पताल पहुंचे। मामला मुख्यमंत्री तक पहुंचा। जीतू की मौत के बाद अस्पताल पहुंचे उसके परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए वहां हंगामा खड़ा कर दिया और शव उठाने से इनकार कर दिया। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने जीतू के साथ मारपीट की और उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया।
जीतू के खिलाफ कोई भी प्रकरण दर्ज नहीं है। इस मामले में थाना अधिकारी दीप सिंह की बड़ी लापरवाही सामने आई है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए थाना अधिकारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही पूरे थाना स्टाफ का लाइन हाजिर किया गया है। शव जिला अस्पताल में रखा है, भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। मृतक के शव का पोस्टमार्टम न्यायिक मजिस्ट्रेट की निगरानी में हुआ। इसकी एक रिपोर्ट राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को भी भेजी जाएगी।