राजस्थान में अतिक्रमण हटाने गए दस्ते पर पथराव, जेसीबी चालक की मौत
Clash in Rajasthan. राजस्थान में अतिक्रमण हटाने गए दस्ते पर पथराव के दौरान जेसीबी चालक की मौत हो गई।
जयपुर, जेएनएन। राजस्थान के नागौर जिले के ताउसर गांव में अतिक्रमण हटाने गए दस्ते पर वहां के स्थानीय लोगों ने पथराव कर दिया। इस दौरान जेसीबी चालक घायल हो गया। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। उसके बाद मृतक के परिजनों ने अस्पताल में हंगामा मचा दिया। नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने पुलिस-प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि वे गरीबों के घर नहीं उजड़ने देंगे।
हाईकोर्ट के आदेश के पालना में प्रशासन रविवार को गोचर भूमि पर किए अतिक्रमण हटाने के लिए गया था। यहां दो दर्जन से अधिक कच्चे-पक्के मकान हटाए जाने थे। अतिक्रमण हटाने के दौरान कानून व्यवस्था प्रभावित होने और भारी विरोध की आशंका पहले से थी और इसीलिए पुलिस-प्रशासन पूरी तैयारी के साथ वहां पहुंचा था। कार्रवाई के दौरान एडीएम, एसडीएम, एएसपी, तीन डीएसपी और तहसीलदार समेत 550 से अधिक पुलिसकर्मियों का दल तैनात किया गया था। भारी विरोध के बीच ही अतिक्रमण किए हुए कई कच्चे-पक्के मकान ध्वस्त भी कर दिए थे।
इसी बीच, बंजारा समाज के लोगों द्वारा पथराव करने से हालात बिगड़ गए। पथराव इतना ज्यादा था कि एकाएक हालत संभालना मुश्किल हो गया। पुलिस ने पथराव करने वालों के खदेड़ने के लिए लाठीचार्ज किया तो भगदड़ मच गई। इसी बीच, अतिक्रमण हटा रहे जेसीबी चालक फारूख के सिर पर पत्थर आ कर लगा। उसे तुरंत नागौर के अस्पताल भेजा गया। वहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। लाठीचार्ज से भी कई लोग घायल हो गए। घटनाा के बाद ताऊसर में तनाव की स्थिति बन गई। जेसीबी चालक की मौत के बाद उसके परिजनों ने अस्पताल में हंगामा कर दिया।
नागौर के सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि वे गरीबों के घर नहीं उजड़ने देंगे। प्रशासन ने सरकार के मंत्रियों की बात को दरकिनार किया है। राजस्व मंत्री ने सोमवार को मामले में बैठक रखी थी, लेकिन इससे पहले प्रशासन ने हाईकोर्ट के आदेश की आड़ लेकर गरीबों के घर उजाड़ दिए। बेनीवाल ने कहा कि वे बंजारों को लेकर धरने पर बैठेंगे।
इस बीच, नागौर के कलेक्टर दिनेश कुमार यादव ने कहा कि हम अदालत के निर्देश पर काम कर रहे थे, लेकिन कुछ राजनीतिक लोगों द्वारा ग्रामीणों को उकसाया गया, उन्होंने हम पर पथराव करना शुरू कर दिया, पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश की। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।