Ajmer News : दलित की हत्या को लेकर बैरवा समाज में आक्रोश, धरना, प्रदर्शन व जाम पर पसीजा पुलिस प्रशासन का दिल
सुबह से शाम तक चलता रहा समझाइश का दौर। दिया आश्वासन। मुख्यमंत्री गहलोत विधायक राकेश पारीक व कांग्रेस नेता संग्राम सिंह के खिलाफ हुई नारेबाजी। अम्बेडकर सर्किल पर रास्ता जाम कर दिया। जानकारी मिलते मौके पर पहुंचे अधिकारी।
अजमेर, संवाद सूत्र। भिनाय उपखंड की ग्राम पंचायत गुढाखुर्द के ग्राम बगराई स्थित चरागाह मेंं रविवार प्रात: ग्राम अमरपुरा निवासी दलित दुर्गालाल बैरवा की गला काट कर हत्या किए जाने के मामले में बैरवा समाज के लोगों में आक्रोश, धरना, प्रदर्शन और रास्ता जाम किए जाने के बाद जिला व पुलिस प्रशासन पसीजा। हत्या के इस मामले में अभी तक आरोपितों का कोई सुराग नहीं मिला है।
पुलिस ने संदिग्ध मानकर तीन लोगों को हिरासत में लिया है। किन्तु अभी तक हत्या का खुलासा नहीं हुआ है। बताते चलें कि मृतक धनौपमाता मंदिर जाने के लिए घर से निकला था जो वापस नहीं लौटा था। बाद में उसकी लाश गांव की कच्ची सड़क पर पड़ी देखी गई थी जिसका गाला रेता हुआ था और वह लहूलुहान था।
अम्बेडकर सर्किल पर रास्ता जाम कर दिया
जिला प्रशासन और पुलिस की लचर स्थिति में लोगों में जबरदस्त आक्रोश हो गया। घटना के सामने आने के बाद बीते 48 घंटों में अपराधियों का पता नहीं चला ना ही रंजिश का खुलासा हुआ। मंगलवार को गुस्साएं दलित समाज के लोगों ने कस्बे के वीर बगडावत बस स्टैण्ड के सामने अम्बेडकर सर्किल पर रास्ता जाम कर दिया। जिससे मार्ग के दोनों और जाम लग गया।
जानकारी मिलते मौके पर पहुंचे अधिकारी
घटना की जानकारी मिलते ही उपखण्ड अधिकारी प्रभात त्रिपाठी, तहसीलदार श्यामलाल आमेटा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक घनश्याम शर्मा, थानाधिकारी महावीर प्रसाद मीणा व जांच अधिकारी पुलिस उप अधीक्षक रामावतार, नायब तहसीलदार देवलिया कला रमेश सोनी, नायब तहसीलदार बान्दनवाडा राकेश पारीक मय पुलिस जाप्ता के मौके पर पहुंचे।
बार-बार समझाने पर नहीं माने ग्रामीण
इस दौरान उपखण्ड अधिकारी प्रभात त्रिपाठी व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक घनश्याम शर्मा ने लोगों से समझाइश कर जाम हटाने व मृतक का पोस्टमार्टम करवाने के लिये समझाइश की लेकिन ग्रामीण नहीं माने। बाद में भीम आर्मी के गोपीकिशन की समझाइश से लोगों ने रास्ता खुलासा किया लेकिन थोडी देर में गुस्साएं ग्रामीणों रास्ता पुन: बन्द कर दिया। इस दौरान गुस्साए लोग मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सचिन पायलट, विधायक राकेश पारीक व कांग्रेस नेता संग्राम सिंह के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे।
वीर बगडावत बस स्टैण्ड पर धरना दिया
मामले की नजाकत को देखते हुए मौके पर पुलिस थाना भिनाय, पुलिस थाना सराणा व पुलिस थाना बिजयनगर का अतिरिक्त जाप्ता मंगवाया गया। बाद में दिन में लगभग पौने 3 बजे पुलिस प्रशासन द्वारा ग्रामीणों से सख्ती के साथ समझाइश करने पर लोगों ने रास्ता खोल दिया लेकिन अपनी मांगों को लेकर वीर बगडावत बस स्टैण्ड पर धरना प्रारम्भ कर दिया। धरना स्थल पर पहुंचे उपखण्ड अधिकारी प्रभात त्रिपाठी ने जिला कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक चूनाराम जाट के पुलिस थाना भिनाय पहुंचने की जानकारी देते हुए धरने पर बैठे लोगों को 5 लोगों का प्रतिनिधि मण्डल बनाकर जिला कलेक्टर व एसपी से वार्ता करने का न्यौता दिया। लेकिन ग्रामीण दोनों अधिकारियों को धरना स्थल पर ही वार्ता करने के लिये बुलाने पर अड़े रहे।
दोबारा प्रतिनिधि दल भेजने की बात कही
बाद में उपखण्ड अधिकारी, नायब तहसीलदार राकेश पारीक द्वारा ग्रामीणों से दोबारा प्रतिनिधि मण्डल भेजने की बात कही । फिर भी ग्रामीण अपनी बात पर अडे रहे। शाम को लगभग 4 बजे जयपुर व अजमेर से आए भीमसेना के पदाधिकारियों द्वारा समझाइश करने पर 11 व्यक्तियों के प्रतिनिधि मण्डल द्वारा स्थानीय पुलिस थाना में जिला कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक से समझौता वार्ता करने की सहमति बनी।
हत्यारों को शीघ्र सजा दिलाने की मांग की
इसपर देर शाम स्थानीय पुलिस थाना में जिला कलेक्टर अंशदीप व पुलिस अधीक्षक चूनाराम जाट के समक्ष प्रतिनिधि मण्डल ने मृतक दुर्गालाल बैरवा के परिजन को 80 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दिलाने, परिवार से 1 व्यक्ति को सरकारी नौकरी, मृतक के परिवार को पुलिस सुरक्षा प्रदान करने, मामले को लेकर हुए धरना प्रदर्शन रास्ता जाम में समाज के किसी भी व्यक्ति के खिलाफ कानूनी व विभागीय कार्यवाही नहीं करने व फास्ट ट्रेक अदालत में मामला चलाकर हत्यारों को शीघ्र सजा दिलाने की मांग की गई।
पुलिस से सुरक्षा की मांग की थी बैरवा ने
प्रतिनिधि मण्डल ने बताया कि समाज के अध्यापक रमेश बैरवा को जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा अजमेर बुलाए जाने के कारण आक्रोशित लोगों ने धरना प्रदर्शन जैसा कदम उठाया है। उन्होंने बताया कि मृतक दुर्गालाल बैरवा व सांवरलाल बैरवा ने स्थानीय पुलिस से सुरक्षा की मांग की थी परंतु सुरक्षा नहीं मिलने के कारण दुर्गालाल की हत्या हुई है।
1 सप्ताह में एससी-एसटी एक्ट में सहायता
जिला कलेक्टर अंशदीप ने कहा कि 1 सप्ताह के अन्दर एससी- एसटी एक्ट में सहायता दिलाई जायेगी। उन्होंने कहा कि चिरंजीवी दुर्घटना बीमा योजना में 5 लाख की सहयता राशि राज्य सरकार द्वारा मिलती है लेकिन ये हत्या का मामला है, मृतक के शव के पोस्टमार्टम में देरी करने पर सबूत नष्ट होगें, उन्होंने सभी से मृतक के शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाकर शव का अंतिम संस्कार करवाने की अपील की। जिला कलेक्टर ने प्रतिनिधि मण्डल से अपनी सभी मांगों का ज्ञापन लिखकर देने तथा उनकी सभी मांगों की अनुशंसा कर राज्य सरकार को भेजने का आश्वासन दिया।
पंचनामा करवाकर शव परिजनों के सुपुर्द
दोनों अधिकारियों की समझाइश के बाद प्रतिनिधि मण्डल ने मृतक का पोस्टमार्टम करवाने का निर्णय लिया। देर शाम स्थानीय चिकित्सालय के चीरघर में 3 सदस्यीय मेडिकल बोर्ड के चिकित्सकों ने मृतक के शव का पोस्टमार्टम किया। पुलिस ने मृतक के शव का पंचनामा करवाकर शव परिजनों के सुपुर्द किया। समझौता वार्ता में प्रशासन की ओर से जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, उपखण्ड अधिकारी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक घनश्याम शमा, पुलिस उप अधीक्षक रामावतार, वृत्ताधिकारी केकडी खींवसिंह, थानाधिकारी महावीर प्रसाद मीणा व 11 सदस्यीय प्रतिनिधि मण्डल में रवि मेघवाल, श्याम, आलोक बैरवा, संदीप, रमेश बैरवा, कालू, ओमप्रकाश, रामदयाल, मुकेश, रामरूवरूप, कैलाश व लादूराम शामिल थे।