India Lockdown day 4: गुजरात-राजस्थान सीमा पर हजारों राजस्थानी संकट में, ऐसे कैसे होगा कोरोना से बचाव?
गुजरात-राजस्थान सीमा पर स्थित रतनपुर बार्डर पर हजारों राजस्थानी संकट में हैं। कारोना वायरस से संक्रमण को लेकर उनके पास बचाव के लिए कोई उपाय नहीं है।
सुभाष शर्मा, उदयपुर। गुजरात-राजस्थान सीमा पर स्थित रतनपुर बार्डर पर हजारों राजस्थानी संकट में हैं। कारोना वायरस से संक्रमण को लेकर उनके पास बचाव के लिए कोई उपाय नहीं है। संक्रमण की जांच के बाद ही उन्हें राजस्थान में प्रवेश दिया जा रहा है, जिसके चलते लोगों की भीड़ मौके पर जमा है। मिली जानकारी के अनुसार रतनपुर बार्डर पिछले दिनों देश में जारी लॉकडाउन के दौरान सील कर दिया गया। इसके चलते गुजरात और महाराष्ट्र में काम करने करने वाले पांच लाख से अधिक श्रमिकों को राजस्थान में प्रवेश नहीं दिया गया।
उनकी जांच के लिए चिकित्सा विभाग की टीम के साथ पुलिस टीम जुटी हुई है, लेकिन बड़ी संख्या में लोगों के वहां पहुंचने से हालात ठीक नहीं हैं। जिस गति से उनकी जांच का काम जारी है, उससे लगता है कि आगामी दस दिन तक स्थिति में सुधार की गुंजाइश नहीं है। जबकि हजारों लोग बार्डर के पार गुजरात सीमा में सामूहिक रूप से मौजूद हैं। उनके पास कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए कोई उपाय नहीं और ना ही वह बचाव के लिए तय दूरी एक मीटर के अंतराल में खड़े हैं। चिकित्सा विभाग ने स्थिति में नियंत्रण के लिए जांच टीम बढ़ा दी लेकिन जिस संख्या में राजस्थानी लोग लौट रहे हैं, उसके लिए यह नाकाफी साबित हो रही है।
गौरतलब है कि गुजरात तथा महाराष्ट्र में पांच लाख से अधिक मेवाड़ी मजदूर काम करते हैं। देश भर में जारी लॉक डाउन के बाद अधिसंख्यक अपने घरों को लौटने लगे हैं। यातायात के साधन नहीं मिलनेके बाद हजारों श्रमिक प्रतिदिन पैदल ही राजस्थान आ रहे हैं। पुलिस महानिरीक्षक बिनिता ठाकुर का कहना है कि बार्डर पर बड़ी संख्या में राजस्थानी श्रमिकों के आने की जानकारी मिलते ही सुरक्षा बल बढ़ा दिया गया है। शुक्रवार तक बार्डर पर संक्रमण की जांच के बाद ही उन्हें प्रवेश दिया जा रहा था। शनिवार से व्यवस्था में बदलाव की गई है। लोगों को उनके गंतव्य स्थान के अनुसार प्रवेश दिया जा रहा है। उन्हें संक्रमण से बचाव के लिए सुविधा दी जा रही हैं। चिकित्सा विभाग ने चौबीसों घंटे के लिए जाँच दल की नियुक्ति की है, जो शिफ्ट में लगातार काम में जुटे हैं। मानना है कि अगले तीन दिन में स्थिति सामान्य हो जाएगी।
भोजन की व्यवस्था दोनों ओर से राजस्थानी मजदूरों को भोजन की व्यवस्था राजस्थान ही नहीं, गुजरात की सरकार भी कर रही है। बताया गया कि शुक्रवार से गुजरात सरकार ने बार्डर पर अटके राजस्थानी मजदूरों के अस्थायी आवास तथा भोजन की व्यवस्था शुरू कर दी है।