कांस्टेबल भर्ती परीक्षा संपन्न, 20 घंटे के साइबर कर्फ्यू से मुक्त हुआ राजस्थान
राजस्थान के इतिहास में पहली बार पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के दौरान नकल रोकने के लिए दो दिन सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक इंटरनेट बंद रहे।
जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान के इतिहास में पहली बार पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के दौरान नकल रोकने के लिए शनिवा और रविवार को दो दिन सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक इंटरनेट बंद रहे। दो दिन तक 20 घंटे राजस्थान में साइबर कर्फ्यू के हालात रहे।
इस दौरान इंटरनेट से संबंधित कोई काम नहीं हो सका,लोग परेशान होते रहे। कड़ी सुरक्षा में पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा दो पारियों में सम्पन्न हुई। पुलिस कांस्टेबल के 13,142 पदों के लिए 15 लाख अभ्यर्थियों ने अलग-अलग जिलों से आवेदन किया था।
शनिवार और रविवार को इन परीक्षार्थियों ने 664 परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा दी। परीक्षा के एक सप्ताह पहले से ही कई नकल गिरोह के खुलासे होने के कारण कड़ी सुरक्षा के बीच परीक्षा हुई। परीक्षार्थियों को काफी जांच-पड़ताल के बाद ही परीक्षा केन्द्रों में प्रवेश दिया गया। अभ्यर्थियों की पूरी बांह की शर्ट उतारी गई तो लड़कियों की बाली झुमके उतारने के साथ ही कुर्तो की आधी बांहे कांट दी गई। परीक्षा केन्द्र में प्रवेश से पहले किसी को हाथ की मोली, चूड़ियां, कंगन, पायजेब, पूरी बांह का शर्ट, चुन्नी, चोटी की रिबन, पांव के शूज, मोजे, बालियां, मंगलसूत्र, बालों के क्लिप, रबर सभी उतरने पड़े।
अब तक 20 लोग गिरफ्तार
कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में नकल और पेपर लीक से जुड़े विभिन्न मामलों में जयपुर,अलवर,सीकर और बीकानेर आदि जिलों में 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पिछले एक सप्ताह से पुलिस ने नकल और पेपर लीक कराने वाले जिन लोगों को गिरफ्तार किया है,उन्होंने परीक्षार्थियों से 3 से 5 लाख रूपए तक वसुले। किसी ने पेपर आउट कराने का झांसा दिया तो किसी ने परीक्षा केन्द्र के अंदर नकल कराने का झांसा दिया। हालांकि पुलिस को इस बारे में पहले से ही जानकारी मिलने के कारण जांच और सुरक्षा बंदोबस्त कड़े किए गए,जिससे कहीं भी नकल की बात सामने नहीं आई।
ना बिल जमा हुए,ना टिकट बुक हो सके
इंटरनेट बंद होने के कारण शनिवार और रविवार को दो दिन ऑनलाइन बिजली,पानी और मोबाइल के बिल जमा नहीं हो सके। दो दिन में करीब 800 से ज्यादा उपभोक्ता 20 लाख रुपए से ज्यादा भुगतान नहीं कर पाए। वहीं कॉल सेंटर के जरिए बिजली गुल होने की ऑनलाइन शिकायतें एफआरटी पार्टी को नहीं मिल पाई। इससे रविवार को भी करीब 5 हजार से ज्यादा उपभोक्ताओं को बिजली सप्लाई के लिए 5 से 10 घंटे का इंतजार करना पड़ा। कॉल सेंटर से ऑनलाइन के बजाए मोबाइल कॉल से एफआरटी पार्टी को सूचना दी गई। वहीं जीपीएस सिस्टम काम नहीं करने से एफआरटी को उपभोक्ता का घर ढूंढने में दिक्कत हुई। रेलवे के टिकट भी बुक नहीं हो सके ।
ट्रेन की छत पर परीक्षार्थियों को देख गार्ड ने नहीं दिखाई हरी झंडी
दौसा जिले के बांदीकुई में रविवार को पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा देने जा रहे छात्र ट्रेन की छत पर जा बैठे । इस कारण किसी दुर्घटना की आशंका को देखते हुए गार्ड ने ट्रेन को हरी झंडी दिखाने से इंकार कर दिया। काफी समझाने के बाद परीक्षार्थी नीचे उतरे तो गार्ड ने हरी झंडी दिखाई। परीक्षा को देखते हुए रेलवे ने विभिन्न ट्रेनों में 20 कोच बढ़ाए थे,वहीं रोड़वेज ने 250 अतिरिक्त बसें चलाई थी।