राजस्थान में किसी भी वर्तमान विधायक को लोकसभा चुनाव मैदान में नहीं उतारेगी
कांग्रेस ने तय किया है कि कांग्रेस विधायकों को अपने क्षेत्र में लोकसभा प्रत्याशी को चुनाव जीताने की जिम्मेदारी दी जाएगी। विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव अभियान की कमान विधायक के पास होगी।
जयपुर, जागरण संवाददाता। कांग्रेस किसी भी वर्तमान विधायक को लोकसभा चुनाव मैदान में नहीं उतारेगी । लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी चयन के लिए पार्टी के चार राज्य सचिव देवेन्द्र यादव,विवेक बंसल,काजी निजामुद्दीन और तरूण कुमार जिलों में जाकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं से संभावित प्रत्याशियों के बारे में फीडबैक लेंगे। कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेने के साथ ही स्वतंत्र एजेंसी से सर्वे भी कराया जाएगा। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव और प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे जनवरी के अंतिम सप्ताह से लेकर फरवरी के अंतिम सप्ताह तक सभी विधायकों,जिला कांग्रेस अध्यक्षों एवं वरिष्ठ नेताओं के साथ संभावित प्रत्याशियों को लेकर चर्चा करेंगे।
विधायकों को चुनाव जीताने की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी
पार्टी ने तय किया है कि कांग्रेस विधायकों को अपने-अपने क्षेत्र में लोकसभा प्रत्याशी को चुनाव जीताने की जिम्मेदारी दी जाएगी। विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव अभियान की कमान विधायक के पास ही होगी। लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी को मिलने वाले मतों के आधार पर ही विधायक के राजनीतिक भविष्य के बारे में फैसला होगा। राज्य मंत्रिमंडल के फेरबदल और राजनीतिक नियुक्तयों में विधायकों को लोकसभा चुनाव में जीत के रिकॉर्ड के आधार पर ही स्थान मिलेगा। कांग्रेस लोकसभा चुनाव अभियान फरवरी के दूसरे सप्ताह से शुरू करेगी।
उधर रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र में विधानसभा उप चुनाव को लेकर पार्टी ने राज्य के चिकित्सा मंत्री डॉ.रघु शर्मा को प्रभारी बनाया है। महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश और श्रम मंत्री टीकाराम जूली सहित एक दर्जन नेताओं को रघु शर्मा के सहयोग के लिए तैनात किया गया है ।