कांग्रेस और माकपा सम्पूर्ण कर्ज माफी को लेकर कर रही आंदोलन, 22 को विस.का घेराव
राजस्थान विधानसभा चुनाव निकट आते देख राजनीतिक पार्टियां सबसे बड़े वोट बैंक किसानों को अपने साथ जोड़ने में जुट गई हैं।
जयपुर, नरेन्द्र शर्मा। राजस्थान विधानसभा चुनाव निकट आते देख राजनीतिक पार्टियां सबसे बड़े वोट बैंक किसानों को अपने साथ जोड़ने में जुट गई हैं। करीब 9 माह बाद होने वाले राज्य विधानसभा चुनाव के सेमीफाइनल माने जाने वाले तीन उप चुनाव में भाजपा उम्मीदवारों की करारी हार के बाद मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने बजट में किसानों की 50 हजार रूपए तक की कर्ज माफी और बिजली के कनेक्शन जारी करने की घोषणा की । मुख्यमंत्री की घोषणा का अपने परम्परागत वोट बैंक किसानों पर असर होने की संभावना देख कांग्रेस और माकपा सहित अन्य किसान संगठनों ने आंदोलन की घोषणा कर दी।
विरोधियों द्वारा आंदोलन की घोषणा होने के बाद मुख्यमंत्री ने मंगलवार को गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया की अध्यक्षता में मंत्रियों एवं अधिकारियों का एक समुह गठित कर दिया । यह समुह किसानों की कर्ज माफी से जुड़े समस्त मुद्दों का निपटारा करेगा । समुह में शामिल सिंचाई मंत्री रामप्रताप, कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी,सहकारिता मंत्री अजय किलक और उर्जा मंत्री पुष्पेन्द्र सिंह अधिकारियों के साथ निरंतर बैठक कर किसानों की कर्ज माफी की प्रक्रिया को अंजाम देगा । मुख्यमंत्री ने इस समुह को मार्च माह में कर्ज माफी का काम शुरू करने के निर्देश दिए हैं ।
यह समुह कर्ज माफी योग्य किसानों की श्रेणी भी तय करेगा । कर्ज माफी सहित किसानों से जुड़े मामलों को लेकर सरकार के पांच मंत्रियों ने मंगलवार को अलग-अलग जिला मुख्यालयों पर प्रेस कांफ्रेंस की । इन मंत्रियों ने कर्ज माफी सहित अन्य निर्णयों के बारे में बताया । इधर कर्ज माफी का मुद्दा हाथ से जाता देख,अब कांग्रेस ने वसुंधरा राजे सरकार को पानी,बिजली और सम्पूर्ण कर्ज माफी जैसे किसानों से जुड़े मुद्दों को लेकर घेरने की रणनीति बनाई है। पूर्ण कर्ज माफी को लेकर कांग्रेस ने विधानसभा सत्र समाप्त होने के बाद मार्च में जिला मुख्यालयों पर आंदोलन करने की रणनीति तय की है।
इसके साथ ही पानी को लेकर भी जिला स्तपर पर आंदोलन होंगे। सबसे पहले गुजरात से सटे जालौर और सिरोही जिलों में नर्मदा के पानी की आपूर्ति को लेकर कांग्रेसी नेता 400 किलोमीटर की पदयात्रा करेंगे । इस पदयात्रा में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत,प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट सहित कई नेता शामिल होंगे। पदयात्रा का संयोजक पूर्व विधायक रतन देवासी को बनाया गया है पिछले एक साल से कर्ज माफी के मुद्दे को लेकर सरकार को घेरने और अपने वोट बैंक को मजबूत करने में जुटी माकपा को मुख्यमंत्री द्वारा की गई 50 हजार रूपए तक की कर्जमाफी की घोषणा के बाद झटका लगा,हालांकि माकपा ने अब सम्पूर्ण कर्ज माफी की मांग को लेकर 22 फरवरी को विधानसभा के घेराव की घोषणा की है।
माकपा के पूर्व विधायक अमराराम का दावा है कि गांवों विधानसभा के घेराव के लिए किसान गांवों से निकल गए । सभी किसान रैली के रूप में पैदल आ रहे हैं और 22 फरवरी को एक लाख किसान विधानसभा का घेराव करेंगे ।