Lockdown: सीएम अशोक गहलोत बोले, राजस्थान में 20 अप्रैल से शुरू हो जाएंगी औद्योगिक इकाइयां
Coronavirus. राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि 20 अप्रैल को प्रदेश में औद्योगिक इकाइयां शुरू हो जाएंगी।
जागरण संवाददाता, जयपुर। Coronavirus. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि लॉकडाउन के बाद प्रदेश की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि 20 अप्रैल को प्रदेश में औद्योगिक इकाइयां शुरू हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि आर्थिक विकास को पटरी पर लाने के लिए गठित की गई टास्क फोर्स की रिपोर्ट मिल गई, उसी के आधार पर काम शुरू होगा। उन्होंने कहा कि जो क्षेत्र हॉटस्पॉट के रूप में चिन्हित किए गए हैं, उन्हें छोड़कर शेष स्थान जहां कोरोना के मामले सामने नहीं आए वहां व्यापारिक गतिविधियां शुरू हो जाएगी। गहलोत गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पत्रकारों से बात कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश की कोरोना टेस्ट करने की क्षमता चार हजार है, जो शीघ्र ही 10 हजार प्रतिदिन हो जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मंडियां खोल दी गई हैं। मंडियों में सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान में रखते हुए काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अधिक टेस्ट कराने का प्रयास किया जा रहा है, जिससे अधिक लोग पॉजिटिव सामने आए और हम इलाज कर सकें।
वहीं, राजस्थान के करौली जिले में सरकारी स्कूल की दो शिक्षिकाओं की ड्यृटी लगाना चर्चा का विषय बनी हुई है। जिला शिक्षा अधिकारी के निर्देश पर करौली जिले के चमरपुरा गांव के सरकारी उच्च प्राथमिक स्कूल की प्रिंसिपल ने दो शिक्षिकाओं पूजा जैल एवं अंजली गुप्ता की ड्यूटी पक्षियों को दाना और चींटियों को आटा डालने में लगाई है। प्रिंसिपल ने दोनों को सरकार के निर्देश का हवाला देते हुए प्रतिदिन यह काम करने के लिए कहा है ।प्रिंसिपल ने यह आदेश वॉट्सएप के माध्यम से दोनों शिक्षिकाओं को भेजा है। आदेश में यह भी कहा कि वे पक्षियों के दाने और चिंटियों के लिए आटे का प्रबंध खुद करेंगी।
उधर, प्रदेश के शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा का कहना है कि शिक्षक सम्मान समारोह में कोरोना ड्यूटी को भी आधार माना जाएगा। कोरोना से लड़ने के लिए जो शिक्षक अधिक काम करेगा उसे हर साल आयोजित होने वाले सम्मान समारोह में प्राथमिकता मिलेगी। डोटासरा ने बताया कि सिर्फ स्कूलों में भले ही शिक्षण कार्य बंद है, लेकिन हमारे शिक्षक इस मुश्किल हालात में समाज के बीच अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभा रहे हैं। शिक्षक सर्वे करने के साथ ही क्वारंटाइन सेंटर्स की निगरानी कर रहे हैं। आइसोलेशन वार्ड की व्यवस्थाओं का जिम्मा संभाल रहे हैं। कुछ स्थानों पर खाना बना रहे हैं और कहीं राशन की आपूर्ति के काम में जुटे हैं।