Rajasthan: कुवैत में नौकरी दिलाने के नाम पर सवा तीन लाख की ठगी
Rajasthan कुवैत में नौकरी दिलाने के झांसे में आकर डूंगरपुर का एक युवक सवा तीन लाख रुपये गंवा बैठा। कुवैत जाने के बाद उसे वहां कई महीनों तक झाडू-पोछा लगाना पड़ा। पुलिस इस मामले के हर पहलू की जांच कर रही है।
उदयपुर, संवाद सूत्र। कुवैत में अकाउंटेंट की नौकरी तथा हर महीने दो सौ पचास दीनार यानी बासठ हजार रुपये वेतन दिलाने के झांसे में आकर डूंगरपुर का एक युवक सवा तीन लाख रुपये गंवा बैठा। कुवैत जाने के बाद उसे वहां कई महीनों तक झाडू-पोछा लगाना पड़ा। शनिवार को डूंगरपुर लौटे युवक ने खुद के साथ ठगी का मामला दर्ज कराया, तब जाकर इसका खुलासा हो पाया। पुलिस इस मामले के हर पहलू की जांच कर रही है। डूंगरपुर जिले के सीमलवाड़ा हाल लालपुरा निवासी मोहम्मद आकिब पुत्र हाफिज खान ने ठगी का मामला दर्ज कराया है। जिसमें उसने बताया कि साल, 2017 में उसने बीकाम की डिग्री पूरी कर ली थी। वह नौकरी की तलाश में था। इसी दौरान उसे कच्ची बस्ती मोहल्ला डूंगरपुर के फरहान मकरानी पुत्र फैयाज मकरानी ने कुवैत की कंपनी में अकाउंटेंट की नौकरी दिलाने का झांसा दिया।
कुवैत में दी गई फंसाने की धमकी
आकिब ने बताया कि कुवैत की कंपनी उसे हर माह ढाई सौ दीनार यानी लगभग बासठ हजार रुपये प्रति महीने वेतन दिलाए जाने का आश्वासन दिया। इसके एवज में उसने आकिब से सवा तीन लाख रुपये और पासपोर्ट मांगा। मोहम्मद आकिब फरहान मकरानी के झांसे में आ गया और उसे सवा तीन लाख रुपये और पासपोर्ट दे दिया। इसके बाद उसने मोहम्मद आकिब को कुवैत भेज दिया। वहां जाकर उसे ठगी का अहसास हुआ। वहां कुवैत में उसे झाडू और पोछे का काम दिया गया। उसने इसका विरोध किया तो उसका पासपोर्ट छीन लिया और उसे काम नहीं करने पर फंसाने की धमकी दी। इसके बाद कई महीनों तक उसने मजबूरी में साफ-सफाई का काम किया और जब कंपनी को विश्वास हो गया कि वह उनके लिए काम करेगा तो उसे पासपोर्ट लौटा दिया। शनिवार को डूंगरपुर लौटा, तब उसने ठगी का मामला दर्ज कराया। इधर, कोतवाली पुलिस का कहना है कि ठगी का मामला दर्ज कर जांच एएसआइ अमृतलाल को सौंपी गई है।