दहेज मांगने वाले दूल्हे को दुल्हन ने बैरंग लौटाया
दुल्हन ने दहेज के लोभी दूल्हे के साथ विवाह करने से इंकार कर दिया।
जागरण संवाददाता, जयपुर। राजस्थान के कोटा में एक दुल्हन ने दहेज के लोभी दूल्हे के साथ विवाह करने से इंकार कर दिया। दरअसल, कोटा मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर डॉ.अनिल सक्सेना की बेटी डॉ. रश्मी का विवाह रविवार को मुरादाबाद निवासी डॉ. सक्षम से होना था। तय कार्यक्रम के अनुसार वर पक्ष बारात लेकर शहर के विवाह स्थल बृजराज पैलेस पर पहुंच गए। बारात जैसे ही विवाह स्थल पर पहुंची तो वर पक्ष की ओर से दुल्हन के पिता डॉ.अनिल सक्सेना से दहेज में 1 करोड़ रुपये और विदाई में प्रत्येक बाराती को एक-एक सोने का सिक्का देने की मांग की गई।
इस पर दोनों पक्षों में थोड़ा विवाद हुआ। वर पक्ष के लोगों ने वधू पक्ष के लोगों के साथ अभद्र व्यवहार किया और मारपीट करने की तैयारी कर ली। इस पर विवाह समारोह में आए कोटा शहर के लोगों ने बीच-बचाव किया। इसी बीच, दुल्हन डॉ.रश्मी ने अपने माता-पिता से दहेज के लोभी परिवार में विवाह करने से इंकार कर दिया। बेटी की बात पर उसके माता-पिता ने भी सहमति दी। वधू पक्ष ने सभी बारातियों और अन्य अतिथियों को सम्मान से भोजन करवाया। इसके बाद डॉ.अनिल सक्सेना रात करीब 10 बजे दुल्हा-दुल्हन के लिए सजे स्टेज पर पहुंचे और सभी मेहमानों को अपने निमंत्रण पर आने के लिए धन्यवाद देते हुए अपनी बेटी का विवाह दहेज के लोभियों के परिवार में नहीं करने की बात कही।
उन्होंने कहा कि वे और उनकी बेटी ऐसे परिवार में संबंध नहीं करना चाहते। सक्सेना के अनुसार विवाह तय होते समय वर पक्ष ने दहेज की मांग नहीं की थी, लेकिन फिर भी उन्होंने सामाजिक रीति-रिवाज का ध्यान रखते हुए शनिवार को कोटा में ही हुई सगाई में 21 लाख रुपये नकद, 34 लाख रुपये के जेवराज व अन्य सामान दिया था। उनका कहना था कि विवाह में वे अपनी हैसियत के अनुसार अपनी बेटी व दामाद को गिफ्ट भी देंगे। लेकिन अचानक बारात विवाह स्थल पर पहुंचने के बाद वर पक्ष की ओर से एक करोड़ रुपये के दहेज व बारातियों को विदाई में एक-एक सोने के सिक्के की मांग की गई। इससे बात बिगड़ गई।