पैदा होते ही नवजात बाल्टी में गिरा, मौत
चिकित्साकर्मियों की लापरवाही इस कदर रही कि पैदा होते ही नवजात सीधे बाल्टी में गिर पड़ा। उसके सिर में चोट आई और उसकी मौत हो गई।
उदयपुर, जेएनएन । यहां पन्नाधाय चिकित्सालय में इंसानियत को तार-तार करने का मामला सामने आया है। चिकित्साकर्मियों की लापरवाही इस कदर रही कि पैदा होते ही नवजात सीधे बाल्टी में गिर पड़ा। सिर में चोट लगने तथा बहते खून के बाद हॉस्पिटल स्टाफ उसे एनआईसीयू में ले गया लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी।
इसके बाद स्टाफ ने मां के गोद में मरा बच्चा देकर उसे धक्का देकर अस्पताल से निकाल दिया। मामला बढ़ा और परिजनों के साथ अन्य लोगों ने हॉस्पिटल में हंगामा मचाया तो हाथीपोल पुलिस मौके पर पहुंची। घटना की जानकारी अस्पताल अधीक्षक डॉ. मधुबाला चौहान को लगी तो उन्होंने गर्भवती महिला को अस्पताल में भर्ती कराया तथा मामले की जांच के आदेश दिए।
बताया गया कि महिला उदयपुर जिले के सेमारी तहसील के ग्राम भौराई थी। उसके सोमवार रात पांच बालिकाओं के बाद लडक़ा पैदा हुआ था। बसंती ने देखा कि उसके पैदा बच्चे को हॉस्पिटल स्टाफ इधर-उधर ले जा रहा था। पता चला कि उसका बच्चा पैदा होते ही टेबल के नीचे रखी बाल्टी में गिर गया था। जिससे उसके सिर में चोट आई और रक्त बहने लगा था।
अपनी लापरवाही को छिपाने के लिए स्टाफ नवजात को एनआईसीयू में ले गया। मंगलवार सुबह उसे नवजात का शव दिया और अस्पताल से बाहर कर दिया। वह अपने परिवार और बच्चे का शव लेकर अस्पताल के बाहर पार्क में बैठी रही। इधर, सूचना पर सेमारी के कई ग्रामीण अस्पताल में एकत्रित हो गए। उन्होंने घटना को लेकर अस्पताल में हंगामा मचाया। इसकी सूचना पर हाथीपोल थाने से पुलिस आई। बसंती के पति हरिशंकर मीणा ने घटनाक्रम की जानकारी पुलिस को दी और शिकायत दर्ज कराई। पुलिस से बच्चे का शव मोरचरी में पहुंचाया तथा अस्पताल अधीक्षक को भी मौके पर बुलाया। अस्पताल अधीक्षक डॉ. मधुबाला चौहान ने घटनाक्रम को सुनने के बाद जांच के आदेश दिए।