राजस्थान में युवक की मौत के मामले में बड़ा खुलासा Jodhpur News
Big disclosure. राजस्थान में युवक की मौत के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
जोधपुर, जेएनएन। बुधवार की रात को संदिग्ध परिस्थियों में मिले युवक के शव को गुरुवार की दोपहर तक पुलिस दुर्घटना मान रही थी, जबकि अब प्रारंभिक पड़ताल के साथ मौके पर मिले साक्ष्य औऱ सीसीटीवी फुटेज के आधार जब मृतक के परिजनों और समाजबंधुओं व परिचितों ने आक्रोश जताना शुरू किया तो मामला हत्या का सामने आया है।
दरअसल, शहर में बुधवार की रात्रि को प्रतापनगर क्षेत्र में बदमाशों की गाड़ी से हुए जातरू की मौत और फिर एक युवक की चाकू से गोद कर हत्या के आरोपितों का पुलिस ने सुराग ढूंढा है। हालांकि मुख्य अभियुक्त हाथ नहीं लगा है। फिर भी मिले साक्ष्य के आधार पर कुछ जनों को पुलिस ने पूछताछ आरंभ की है।
वहीं, सुबह शव को लेकर काफी देर तक गतिरोध बना रहा। बाद में जनप्रतिनिधियों ने समझा कर मामला शांत करवाया, जिसके बाद मृतक का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान पुलिस भी मौजूद रही।
जोधपुर के जयनारायण का नोहरा, सूरसागर क्षेत्र में रहने वाले जोरावर सिंह (29) पुत्र गणपत सिंह जोकि सूरसागर क्षेत्र में ही केबल टीवी का काम करता था। 21 अगस्त की रात्रि को वह प्रतापनगर क्षेत्र में अपने साथी के साथ आया। तब परमानंद होटल के पास एक लज्जरी गाड़ी में सवार होकर आए कुछ लोगों ने गाड़ी को तेज व लापरवाही से चलाते हुए कुछ राहगीरों को अपनी चपेट में ले लिया। जिस पर जोरावर सिंह बाइक से इस गाड़ी का पीछा करने लगा। पीछा करता हुआ जोरावर सिंह पांचवी रोड छोटी ईदगाह के पास पहुंचा तो गाड़ी में सवार बदमाशों आदिल, आकिब, सिकन्दर, इरफान, फराज और उसके साथियों ने अचानक गाड़ी रोक दी और जोरावर सिंह की घेराबंदी कर मारपीट की और चाकूओं से हमला कर दिया।
कुछ ही देर में हमलावर अपनी गाड़ी लेकर मौके से भाग गए। तब मौके पर पहुंची पुलिस ने उसको एमजीएच पहुंचाया, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने देर रात को इसकी शिनाख्त नहीं होने पर उसकी फोटो सोशल मीडिया पर डाली तो मृतक के रिश्तेदारों और दोस्तों ने पहचान कर एमजीएच की मोर्चरी पहुंचे। बुधवार की रात से गुरुवार की दोपहर तक पुलिस इस मामले को दुर्घटना का ही मान रही थी, जिसको लेकर कई बार गतिरोध बना। बाद में पुलिस ने मृतक के भाई की रिपोर्ट पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया।
मोर्चरी पर हुआ हंगामा
शुक्रवार सुबह इस मामले को लेकर माहौल बिगड़ने की सूचना पर पुलिस के आला अधिकारियों ने जयपुर तक घटना की जानकारी दी, जिस पर शहर विधायक मनीषा पंवार और रावणा राजपूत समाज के प्रदेश अध्यक्ष जोधपुर आए और मोर्चरी पहुंचे। दो तीन दौर की हुई वार्ता के बाद आखिर पांच लाख की आर्थिक सहायता, और यथा सभव सहयोग तथा हमलावरों के शीघ्र गिरफ्तारी के आश्वासन के बाद परिजन शव उठाने को तैयार हो गए।
मॉब लिंचिंग को कश्मकश
बीते 36 घंटो के बीच कई बार माहौल बिगड़ने लगा और मामले को सांप्रदायिक रंग देने के के प्रयास भी किए गए। पुलिस के अधिकारियों को जब समाज के बंधुओं ने हाल में लागू हुए माब लिचिंग एक्ट की धाराएं जोड़ने का दबाव बनाया तो वे बगले झांकते नजर आए और कोई संतुष्ट जवाब नहीं दे पाए।
प्रतापनगर थानाधिकारी पुष्पेंद्र सिंह आढा ने बताया कि प्रथम दृष्टया यह सामने आया है इसका मुख्य अभियुक्त आदिल है, जो बदमाश प्रवृति का है। इसका पता अभी नहीं लगा है। जो लोग हाथ लगे है उनसे पूछताछ की जा रही है। शुक्रवार शव का अंतिम संस्कार कराया गया है।