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Bhilwara News: भीलवाड़ा के जिला अस्पताल में वार्मर में ज्यादा तापमान से शिशु की मौत, एक अन्य झुलसा

Bhilwara News वार्मर में ज्यादा तापमान के चलते भीलवाड़ा के महात्मा गांधी जिला अस्पताल की एनआईसीयू में भर्ती 21 दिन की बालिका की मौत हो गई। अन्य बालिका झुलस गई। जिस बालिका की इस घटना में मौत हुई उसे वजन कम होने के कारण एनआईसीयू में भर्ती किया हुआ था।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Published: Wed, 26 Oct 2022 10:13 PM (IST)Updated: Wed, 26 Oct 2022 10:13 PM (IST)
Bhilwara News: भीलवाड़ा के जिला अस्पताल में वार्मर में ज्यादा तापमान से शिशु की मौत, एक अन्य झुलसा
Bhilwara News: वहीं मामले की जांच के लिए चिकित्सकों की एक टीम का गठन किया है।

उदयपुर, जेएनएन। Bhilwara News: भीलवाड़ा में सरकारी जिला अस्पताल महात्मा गांधी हॉस्पिटल के एनआईसीयू में भर्ती एक शिशु की वार्मर में ज्यादा तापमान रखने से मौत हो गई, जबकि एक अन्य शिशु झुलस गया। अस्पताल प्रबंधन इस मामले के लिए दोषी ठेकाकर्मी को तुरंत प्रभाव से हटा दिया वहीं मामले की जांच के लिए चिकित्सकों की एक टीम का गठन किया है।

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मिली जानकारी के अनुसार वार्मर में ज्यादा तापमान के चलते भीलवाड़ा के महात्मा गांधी जिला अस्पताल की एनआईसीयू में भर्ती 21 दिन की बालिका की मौत हो गई। जबकि एक अन्य बालिका झुलस गई। बताया गया कि जिस बालिका की इस घटना में मौत हुई उसे वजन कम होने के कारण एनआईसीयू में भर्ती किया हुआ था।

मंगलवार देर रात एनआईसीयू के बाहर खड़े चित्तौड़गढ़ जिले के मरमी निवासी पिता पप्पू वैष्णव ने जब अंदर जाकर देखा तो उसकी बेटी दम तोड़ चुकी थी। झुलसी हालत में बेटी को देखकर उसके होश उड़ गए। 5 अक्टूबर को पैदा बालिका को तबीयत खराब होने पर 10 अक्टूबर को भीलवाड़ा के इस अस्पताल में भर्ती कराया था। वजन कम होने पर बालिका को एनआईसीयू में रखा जा रहा था। जिसमें रात के समय ठेके पर लगे दो कर्मचारी ड्यूटी पर थे।

मंगलवार रात तीन बजे पिता पप्पू वैष्णव अपनी बेटी को देखने एनआईसीयू में आया था तो उसने बालिका को बुरी तरह झुलसा पाया। वॉर्मर से ज्यादा हीट होने के कारण बच्ची जल गई थी। डॉक्टरों ने पाया कि उसकी मौत हो चुकी है। एनआईसीयू प्रभारी डॉ. देवकिशन सरगरा ने स्वीकार किया कि वार्मर पर तापमान अधिक होने से बालिका की मौत हुई। एक और बालिका के झुलसने की उन्होंने जानकारी दी है। जिसका उपचार जारी है।

इधर, पिता और परिजनों की शिकायत पर अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अरूण गौड़ ने माना कि लापरवाही की वजह से बालिका की मौत हुई है। इसके चलते उन्होंने ठेका पर काम करने वाले दोनों कर्मचारियों को तुरंत प्रभाव से हटा दिया, जबकि मामले की जांच के लिए चिकित्सकों की टीम गठित की है।


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