Assembly Election 2022: चार राज्यों के कांग्रेस विधायकों को राजस्थान में लाने की तैयारी, गहलोत ने राहुल व प्रियंका से कहा-हमारे यहां सुरक्षित रहेंगे एमएलए
Assembly Election 2022 चार राज्यों के कांग्रेस विधायकों की राजस्थान में बाड़ेबंदी हो सकती है। पंजाब गोवा उत्तराखंड और मणिपुर के कांग्रेस विधायकों को राजस्थान में लाकर रखा जा सकता है। अशोक गहलोत ने राहुल व प्रियंका से कहा बताया कि हमारे यहां विधायक सुरक्षित रहेंगे।
जागरण संवाददाता, जयपुर। पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणाम आने के साथ ही चार राज्यों के कांग्रेस विधायकों की राजस्थान में बाड़ेबंदी हो सकती है। पंजाब, गोवा, उत्तराखंड और मणिपुर के कांग्रेस विधायकों को राजस्थान में लाकर रखा जा सकता है। कांग्रेस विधायकों में तोड़फोड़ की आशंका को देखते हुए चुनाव परिणाम आने के तत्काल बाद चारों राज्यों में जीतने वाले नेताओं को राजस्थान लाए जाने की योजना है। इसी सिलिसले में रविवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी व संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बैठक हुई। दिल्ली में राहुल के आवास पर हुई बैठक के बाद गहलोत ने कहा कि पांच राज्यों के चुनाव के बाद आगे क्या करना है, इस पर चर्चा हुई। पार्टी के संगठनात्मक चुनाव और सदस्यता अभियान पर चर्चा हुई। भाजपा पर इशारों में तोड़फोड़ का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार में बैठे लोगों को लोकतंत्र में यकीन नहीं है। हम पदों पर बैठे लोगों की जिम्मेदारी है कि कांग्रेस के लिए क्या योगदान कर सकते हैं। गहलोत ने कहा कि राहुल और प्रियंका से मुलाकात का समय मांगा था, इसलिए रविवार को बैठक हुई। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी राहुल और प्रियंका से मिले हैं।
पहले भी कई राज्यों के कांग्रेस विधायक आ चुके हैं राजस्थान
10 मार्च को चुनाव परिणाम आएंगे। परिणाम आते ही कांग्रेस विधायकों को राजस्थान लेकर आने की योजना है। इससे पहले भी महाराष्ट्र, गुजरात और मध्य प्रदेश के विधायकों की राजस्थान में बाड़ेबंदी हो चुकी है। असम विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवारों को यहां लाया गया था। सूत्रों के अनुसार, सीएम ने चार राज्यों के विधायकों को जयपुर, उदयपुर, जोधपुर या सवाईमाधोपुर में रखे जाने का प्रस्ताव राहुल व प्रियंका के समक्ष पेश किया है। गहलोत रविवार सुबह ही जयपुर से दिल्ली गए थे। गहलोत ने राहुल व प्रियंका से कहा बताया कि हमारे यहां विधायक सुरक्षित रहेंगे। भाजपा को तोड़फोड़ का मौका नहीं मिलेगा।
कोयला खनन पर भी चर्चा
कोयला मांग के अनुसार नहीं मिलने से राजस्थान में बिजली संकट उत्पन्न हो रहा है। केंद्र सरकार ने राजस्थान को छत्तीसगढ़ में पारसा कोल ब्लाक आवंटित कर दिया है, लेकिन छत्तीसगढ़ सरकार वहां के आदिवासियों के दबाव में खनन की मंजूरी नहीं दे रही है। इस संबंध में गहलोत ने पहले तो छत्तीसगढ़ के सीएम से बात की, लेकिन कोई परिणाम नहीं निकला तो फिर उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर इस संबंध में बघेल को निर्देश देने का आग्रह किया है। हालांकि सोनिया को पत्र लिखने के बाद भी छत्तीसगढ़ सरकार खनन की मंजूरी नहीं दे रही है। सूत्रों के अनुसार, गहलोत ने राहुल व प्रियंका के समक्ष भी यह बात उठाई है।