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Rajasthan: अशोक गहलोत की पत्नी सुनीता बनीं सिंगर, 'ये शुभ घड़ियां' लोकगीत गाया

Rajasthan राजस्थान कांग्रेस में चल रही राजनीतिक उथल-पुथल के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की पत्नी सुनीता गहलोत यूट्यूब सिंगर बन गई हैं। उन्होंने यूट्यूब पर अपना चैनल सिंगर सुनीता गहलोत शुरू कर राजस्थानी लोकगीत ये शुभ घड़ियां गाकर अपलोड किया है।

By Jagran NewsEdited By: Sachin Kumar MishraPublished: Sat, 01 Oct 2022 07:21 PM (IST)Updated: Sat, 01 Oct 2022 07:21 PM (IST)
Rajasthan: अशोक गहलोत की पत्नी सुनीता बनीं सिंगर, 'ये शुभ घड़ियां' लोकगीत गाया
अशोक गहलोत की पत्नी सुनीता बनीं सिंगर, 'ये शुभ घड़ियां' गीत गाया। फाइल फोटो

जयपुर, जागरण संवाददाता। Rajasthan News: राजस्थान कांग्रेस में चल रही राजनीतिक उथल-पुथल के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) की पत्नी सुनीता गहलोत (Sunita Gehlot) यूट्यूब सिंगर बन गई हैं। उन्होंने यूट्यूब पर अपना चैनल 'सिंगर सुनीता गहलोत' शुरू किया है। इस चैनल पर अपने राजस्थानी लोकगीत 'ये शुभ घड़ियां' गाकर अपलोड किया है।

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इंटरनेट मीडिया पर पसंद किया जा रहा है लोकगीत

'ये शुभ घड़ियां' लोकगीत इंटरनेट मीडिया पर काफी पसंद किया जा रहा है। इस लोकगीत की कंपोजर और गायक खुद सुनीता गहलोत हैं। लोकगीत के प्रारंभ में उन्होंने कहा कि इसे मेरी मां विवाह के अवसर पर उत्साह से गाती थीं।

चर्चा का विषय बना सुनीता का गीत

सुनीता गहलोत ने 29 सितंबर की शाम को अपना पहला गाना अपलोड़ किया था। फेसबुक, इंस्टाग्राम, वाट्सएप और ट्विटर पर भी उनका यह गाना अब चर्चा का विषय बन गया है। लोगों का कहना है कि उन्हें राजस्थान की संस्कृति को बचाने के लिए इसी तरह गाने गाने चाहिए।

ये है गहलोत फैमिली

उल्लेखनीय है कि अशोक गहलोत का विवाद सुनीता गहलोत के साथ 27 नवंबर,1977 में हुआ था। उनके दो बच्चे वैभव गहलोत और सोनिया हैं। वैभव गहलोत ने जोधपुर से लोकसभा का चुनाव लड़ा था, लेकिन केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से हार गए थे।

जो कहता हूं, उसके कुछ मायने होते हैं

राजस्थान कांग्रेस में चल रहे राजनीतिक घटनाक्रम के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शनिवार को बीकानेर में कहा कि मैं कहीं भी रहूं, राजस्थान का हूं, जोधपुर का हूं, जहां मैं पैदा हुआ हूं। मैं उससे कैसे दूर हो सकता हूं। जिंदगी के अंतिम सांस तक कहीं भी रहूं, सेवा करता रहूंगा। जो कहता हूं, उसके कुछ मायने होते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे राजस्थान छोड़कर नहीं जा रहे हैं। उनकी इस बात को सीएम पद से जोड़कर देखा जा रहा है। दरअसल, पार्टी नेताओं का एक खेमा गहलोत पर सीएम पद छोड़ने को लेकर दबाव बना रहा है। 

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