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Asaram Bapu: आसाराम को आंशिक राहत, जेल में मिल सकेगी आयुर्वेद उपचार की सुविधा

आसाराम अब जोधपुर जेल में ही आयुर्वेद डॉक्टर से इलाज करा सकेगा। राजस्थान हाईकोर्ट ने उसके पुत्र नारायण सांई की याचिका पर यह फैसला दिया। आयुर्वेद डॉक्टर राघव रमन कुट्टी आसाराम का इलाज करेंगे।हाईकोर्ट ने स्पष्ट किया कि इस फैसले से आसाराम की सजा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।

By Priti JhaEdited By: Published: Fri, 09 Jul 2021 10:51 AM (IST)Updated: Fri, 09 Jul 2021 10:51 AM (IST)
Asaram Bapu: आसाराम को आंशिक राहत, जेल में मिल सकेगी आयुर्वेद उपचार की सुविधा
आसाराम को राजस्थान हाईकोर्ट से आंशिक राहत मिल गई।

जोधपुर,जागरण संवाददाता। आसाराम को राजस्थान हाईकोर्ट से आंशिक राहत मिल गई। आसाराम अब जोधपुर जेल में ही आयुर्वेद डॉक्टर से इलाज करा सकेगा। राजस्थान हाईकोर्ट ने उसके पुत्र नारायण सांई की याचिका पर यह फैसला दिया। आयुर्वेद डॉक्टर राघव रमन कुट्टी आसाराम का इलाज करेंगे। आसाराम पुत्र नारायण साई की तरफ से आसाराम के आयुर्वेद से इलाज कराने की एक याचिका पहले से दायर कर रखी थी।

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याचिका की सुनवाई के दौरान नारायण साई की तरफ से पेश वरिष्ठ वकील संजीव पुनालोकर ने कहा कि इस याचिका का फैसला आने में विलम्ब होगा। ऐसे में बेहतर होगा कि आसाराम को जेल में ही डॉ . राघवन रमन कुट्टी से इलाज की अनुमति प्रदान कर दी जाए। ताकि समय रहते आसाराम का इलाज शुरू हो सके। सरकारी वकील ने भी इस प्रस्ताव का विरोध नहीं किया। न्यायाधीश पीएस भाटी ने दोनों पक्ष को सुनने के बाद फैसला दिया कि डॉ. राघवन रमन कुट्टी जोधपुर जेल में ही आकर आसाराम का इलाज कर सकते है। जेल में आने से पूर्व उन्हें अपनी पहचान से जुड़े सारे दस्तावेज दिखाने होंगे।

हाईकोर्ट ने स्पष्ट किया कि इस फैसले से आसाराम की सजा पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। उसकी सजा पूर्व के समान जारी रहेगी। सिर्फ आयुर्वेद डॉक्टर से जेल के भीतर ही इलाज कराने की अनुमति प्रदान की जाती है। इससे पहले आसाराम आयुर्वेद पद्धति से उत्तराखंड में अपना इलाज कराने को लेकर हाईकोर्ट में याचिका दायर कर आग्रह कर चुका है।

जोधपुर एम्स की रिपोर्ट पर हाईकोर्ट ने उसकी जमानत याचिका खारिज कर दी। अब आसाराम की यह जमानत याचिका सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। आसाराम अपना इलाज आयुर्वेद से कराने को अड़ा हुआ है। तबीयत बिगडने पर एम्स में भर्ती कराने के दौरान उसने शुरुआत में डॉक्टरों से इलाज कराने को मना कर दिया। बाद में डॉक्टरों के समझाने पर वह इलाज को तैयार हुआ। एम्स के डॉक्टरों के इलाज से वह पूर्ण रूप से ठीक हो गया। ऐसे में उसे वापस जेल में भेज दिया गया था। 


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