Rajasthan: पत्नी पर शक के चलते पति ने दोस्त की करवा दी हत्या, गिरफ्तार
Arrested In murder Case राजस्थान में पत्नी पर शक के चलते दोस्त की हत्या करवाने के आरोप में पुलिस ने एक युवक और उसके सहयोगी को गिरफ्तार किया है।
जोधपुर, संवाद सूत्र। Arrested In murder Case: दोस्त की पत्नी से बढ़ती नजदीकियों के कारण एक युवक का शक इतना गहराया कि उसने अपने दोस्त को मरवाने के लिए दस लाख में पेशेवर हत्यारे बुक किए और दिनदहाड़े उसका मर्डर करवा भी दिया। पाली जिले के फालना में पांच दिन पहले हुई इस वारदात का पुलिस ने खुलासा करते हुए सुपारी लेकर युवक की हत्या करने वाले साजिश रचने वाले और हत्या के सहयोगी युवकों को हिरासत में ले लिया है। अभी मामले में और गिरफ्तारियां भी होंगी। जोधपुर संभाग के पाली जिले के फालना कस्बे में पांच दिन पहले दिनदहाड़े गोली मार कर हुई हत्या के मामले में हुए राजफाश में पूरी कहानी अवैध संबंधों के शक से शुरू होकर पेशेवर हत्यारों तक पहुंची।
पाली के एसपी राहुल कोटकी बताया कि 20 अगस्त को पाली जिले के फालना में फालना से साण्डेराव जाने वाले रोड पर फालना में रेलवे टिकट बुकिंग व मोबाइल एसेसरीज विक्रय का कार्य करने वाले कान सिंह पुत्र घीसु सिंह सिसोदिया की बाइक पर आए अज्ञात हमलावरों ने गोली हत्या कर दी थी। जिसके बाद पुलिस टीम ने सीसीटीवी फुटेज और कान सिंह से रंजिश रखने वालों की जानकारियां जुटाकर मामले का खुलासा किया। पुलिस के अनुसार, भरत पुत्र नवलदास वैष्णव हाल जावेरी बाजार मुंबई निवासी ने दस लाख रुपये में कान सिंह हत्या की लिए सुपारी दी और सिरोही के कुछ युवकों ने इस वारदात पैसे लेकर अंजाम दिया। काम के लिए पांच लाख एडवांस भी दिए गए।
पुलिस के अनुसार, मृतक फालना स्टेशन के पास रेलवे के टिकट बुकिंग व रिजर्वेशन का काम करता था। मुख्य आरोपित भरत वैष्णव व उसका परिवार मुंबई से फालना ट्रेन आते-जाते रहते थे। वे टिकट बुकिंग कान सिंह के माध्यम से करवाते थे। भरत और कान सिंह के बीच अच्छे संबंध बन गए और पारिवारिक आवागमन के साथ कई अन्य काम भी ये लोग साथ मे करने लगे। इसी दौरान भरत की पत्नी व मृतक कान सिंह सिसोदिया के मध्य संबंध गहराने लगे। भरत को शक होने लगा इस पर उसने जानकारी जुटाई। इसको लेकर उनके बीच तनाव भी रहने लगा, भरत ने कान सिंह को भी धमकाया भी था।
सिरोही के बदमाशों को दी थी सुपारी
भरत ने सिरोही जिले के मोछाल निवासी अरविंद करण सिंह को कान सिंह की हत्या के लिए तैयार किया और पांच लाख रुपये की अग्रिम रकम बतौर सुपारी दी। अरविंद ने एक माह में वारदात को अंजाम देने का भरोसा दिया। अरविंद खुद के फोन से भरत से संपर्क नहीं कर रिश्तेदार ईश्वर सिंह के माध्यम से बात करता था लम्बे समय तक काम नहीं होने पर भरत ने नाराजगी जताई तो अरविंद करण ने 19 अगस्त को एक दो दिन में काम करने की बात कही और बाकी पेमेंट की व्यवस्था रखने को कहा । 20 अगस्त को उसने कान सिंह सिसोदिया की दिन दहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने ईश्वर सिंह और भरत वैष्णव को गिरफ्तार कर लिया है।