अमित गोयल ने कहा -आज देश में जो भी आर्थिक सुधार हुए हैं उसका कारण मोदी सरकार की नीतियां हैं
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता अमित गोयल ने कहा कि मोदी सरकार ने ऐसे कानून बनाए हैं जिनसे आर्थिक अपराधों पर नकेल कस गई है। कालेधन के लिए पहली ही कैबिनेट मीटिंग में एसआईटी गठित की।
उदयपुर, जेएनएन। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अमित गोयल ने कहा है कि मोदी सरकार ने ऐसे कानून बनाए हैं जिनसे आर्थिक अपराधों पर नकेल कस गई है। मोदी सरकार की सख्ती की बदौलत ही नीरव मोदी, चौकसी, माल्या की सम्पत्तियां आज सरकार जब्त कर रही हैं और वे सरकार के शिकंजे में हैंं।
गोयल ने उदयपुर में कहा कि कालेधन के लिए मोदी सरकार ने पहली ही कैबिनेट मीटिंग में एसआईटी गठित की। उन्होंने कहा कि आज देश में जो भी आर्थिक सुधार हुए हैं और सरकार का राजस्व बढ़ा है तो उसका कारण मोदी सरकार की नीतियां हैं। सरकार की ओर से जरूरतमंदों को मिलने वाली सहायता में भी कोई लीकेज नहीं है, सीधे जरूरतमंद के खाते में राशि पहुंचती है। इस व्यवस्था से गांव के किसान से लेकर शहर का बुजुर्ग पेंशनधारी खुश हैं।
गोयल ने कहा कि राष्ट्रवाद का अर्थ है अपने देश के प्रति नागरिकों का समर्पण। भाजपा एनआरसी से अवैध घुसपैठियों की पहचान कर उनके साथ संयुक्त राष्ट्र के मापदंडों के अनुसार बर्ताव करेगी। जो इस देश के होकर भी इस देश की नागरिकता से वंचित हैं, उन्हें नागरिकता प्रदान की जाएगी।
प्रदेश में सरकार बदलते ही बढ़े अपराध
गोयल ने कहा कि प्रदेश में भाजपा की सरकार थी तब अपराधी काबू में थे। कांग्रेस सरकार आई और अपराधी बेकाबू हो गए। रोजाना हत्याएं हो रही हैं। शादी के बाद दुल्हन का अपहरण हो गया और सरकार हाथ पर हाथ धरे बैठी है। वह केवल चुनाव में व्यस्त है। उसे यहां की कानून व्यवस्था की कतई चिंता नहीं। राज्य सरकार ने गरीब, किसानों के हित की योजनाएं जैसे भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना, प्रधानमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना बंद कर दीं। वह राज्य की गरीब जनता की चिंता नहीं है। किसानों और बेरोजगारों से ठगी की गई। सात दिन में किसानों की ऋण माफी और एक माह में बेरोजगारों का भत्ता देने की योजना अभी तक लागू नहीं हुई।
सभी 25 सीटें जीतेंगे
गोयल ने कहा कि भाजपा और एनडीए प्रदेश की सभी 25 सीटें जीतेगी। राज्य सरकार के भ्रमों को जनता पहचान चुकी है। वह अब इनके बहकावों में नहीं आएगी। राजनीति में जितना निचला स्तर कांग्रेस अपना रही है आज तक नहीं देखा गया। राष्ट्रपति तक की जाति को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। अब जनता इन्हें जबाव देने को तैयार है।