अलवर सामूहिक दुष्कर्म मामला: तीन गिरफ्तार, भाजपा ने सीएम से मांगा इस्तीफा, पीड़िता को 4.12 लाख की सरकारी मदद
राजस्थान में अलवर जिले के थानागाजी क्षेत्र में दलित पति को बंधक बनाकर पत्नी के साथ सामूहिक दुष्कर्म मामले में पुलिस ने अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान में अलवर जिले के थानागाजी क्षेत्र में दलित पति को बंधक बनाकर पत्नी के साथ सामूहिक दुष्कर्म मामले में पुलिस ने अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें दो दुष्कर्म के आरोपित और एक घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने वाला युवक शामिल है। दुष्कर्म के तीन आरोपित अभी फरार है।
फरार आरोपितों की तलाश के लिए पुलिस की 14 टीम इंदौर,दिल्ली और उत्तरप्रदेश के विभिन्न शहरों में भेजी गई है। कुल पांच लोगों पर दुष्कर्म एवं मारपीट का आरोप है। राज्य सरकार ने पीड़िता को 4.12 लाख की आर्थिक सहायता दी है। उधर इस मामले को लेकर प्रदेश की सियासत भी गरमा गई। भाजपा नेता और राज्यसभा सदस्य डॉ.किरोड़ी लाल मीणा की अगुवाई में बुधवार को सैंकड़ों लोगों ने जयपुर के सिविल लाइंस फाटक पर प्रदर्शन किया। मीणा ने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग करते हुए मुख्यमंत्री से इस्तीफा मांगा।
उन्होंने आरोपितों को फांसी की मांग करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को नुकसान नहीं हो,इस कारण मामले को एक सप्ताह तक दबाए रखा गया। उन्होंने बताया कि इस मामले को लेकर 11 मई को अलवर में प्रदर्शन किया जाएगा। प्रदर्शनकारियों को राज्य विधानसभा में भाजपा के उप नेता राजेंद्र राठौड़ ने भी संबोधित किया। प्रदर्शन को देखते हुए शहर में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। अलवर,दौसा,थानागाजी में भी विभिन्न सामाजिक संगठनों ने विरोध प्रदर्शन कर सीएम से इस्तीफा मांगते हुए दुष्कर्म के आरोपितों को फांसी की मांग दिए जाने की मांग की।
एक आरोपित आज पकड़ा गया,तीन फरार
सामूहिक दुष्कर्म और वीडियो वायरल होने के मामले में अब तक तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने का आरोपित मुकेश गुर्जर शामिल है। मुकेश गुर्जर दुष्कर्म का तो आरोपित नहीं है,लेकिन इसने वीडियो वायरल किया। दुष्कर्म के एक आरोपित इंद्रराज गुर्जर को मंगलवार शाम गिरफ्तार किया गया था और एक अन्य आरोपित अशोक गुर्जर को बुधवार सुबह गिरफ्तार किया गया। दुष्कर्म के तीन अन्य आरोपित महेश गुर्जर,छोटेलाल और हंसराज गुर्जर अभी फरार है ।
एसपी को एपीओ किया,पूरे थाने की जांच होगी
राज्य सरकार ने मंगलवार रात पुलिस अधीक्षक राजीव पचार को पदस्थापन आदेश(एपीओ)की प्रतिक्षा में करते हुए थाना अधिकारी इसरदार सिंह को सस्पेंड किया गया है, जबकि एएसआई रूपनारायण, सिपाही राम रतन, महेश कुमार व राजेंद्र काे लाइन हाजिर किया गया है। थानागाजी थाने में 29 पुलिसकर्मियों का स्टाफ है। सरकार पूरे थाने की जांच कराने के निर्देश दिए है।
यह है मामला
घटना 26 अप्रैल को हुई, लेकिन पुलिस ने चुनाव के कारण इसे दबाए रखा। जानकारी के अनुसार पति व पत्नी बाइक पर गांव लालवाड़ी से तालवृक्ष जा रहे थे। थानागाजी-अलवर बाईपास रोड पर दुहार चौगान वाले रास्ते में 5 युवकों ने उन्हें रोका और पति काे बंधक बनाकर मारपीट की और पत्नी से सामूहिक दुष्कर्म कर वीडियाे बना लिया। पीड़ित पति-पत्नी 30 अप्रैल काे अलवर एसपी के पास पहुंचे थे। इसके बाद थानागाजी पुलिस थाने में 2 मई काे मामला दर्ज किया गया। वीडियो वायरल होने पर घटना 6 मई को सार्वजनिक हुई।
महानिरीक्षक सेंगाथिर ने बताया कि पकड़ा गया आरोपित इन्द्रराज 26 अप्रैल को थानागाजी स्थित अपने ससुराल आया था। यहां अपने साथी छोटेलाल, अशोक, महेश व हंसराज से मिला। तभी उनकी नजर बाइक पर जा रहे दंपती पर पड़ गई। उसके बाद उन्होंने अन्य साथियों को भी वहां बुला लिया और दंपती का पीछा शुरू कर दिया। पांचों ने मिलकर दंपती को रोका और वारदात को अंजाम दिया। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आरोपितों ने पीड़ित दंपती से वीडियो वायरल करने की धमकी देकर पैसे भी वसूल लिए। इस बीच, आरोपियों ने फिर पैसों की डिमांड की तो परेशान दंपती पुलिस तक पहुंचे।
घटना दुर्भाग्यपूर्ण - गहलोत
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मामले की कड़ी निंदा करते हुए इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि पुलिस द्वारा किसी भी स्तर पर लापरवाही या अनियमितता पाए जाने पर सख्त कार्यवाही होगी। महिला सुरक्षा के प्रति सरकार पूर्णतया प्रतिबद्ध है।
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