सुष्मिता देव के बाद राजस्थान के कांग्रेसियों की पायलट पर नजर, पार्टी में बने रहेंगे या फिर..निगाहें टिकी
चर्चा है कि अपने समर्थक विधायकों को मंत्रिपरिषद और राजनीतिक नियुक्तियों में स्थान नहीं मिलने से नाराज पायलट क्या एक बार फिर अपनी नाराजगी आलाकमान के समक्ष जाहिर करेंगे । अजय माकन ने कहा पायलट को कांग्रेस की विचारधारा पर विश्वास। राहुल व सोनिया को मिलकर याद दिला चुके वादा।
जागरण संवाददाता, जयपुर : पहले केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया,जितिन प्रसाद और फिर महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सुष्मिता देव के कांग्रेस छोड़ने के बाद अब एक बार फिर निगाहें राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट पर है । राज्य के कांग्रेसियों में चर्चा है कि अपने समर्थक विधायकों को मंत्रिपरिषद और राजनीतिक नियुक्तियों में स्थान नहीं मिलने से नाराज पायलट क्या एक बार फिर अपनी नाराजगी पार्टी आलाकमान के समक्ष जाहिर करेंगे ।
सूत्रों के अनुसार पायलट ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी से पिछले दिनों मिलकर कहा कि उनसे एक साल पहले किया गया वादा पूरा किया जाए । राज्य के एक वरिष्ठ नेता ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि पायलट कांग्रेस के अतिरिक्त अन्य विकल्प पर भी विचार कर रहे हैं । इस नेता ने बताया कि यदि अगले कुछ दिनों में उनके खेमे के नेताओं को सत्ता में भागीदारी नहीं दी जाती है तो वह अपनी ताकत दिखा सकते हैं ।
हालांकि प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने मंगलवार को दिल्ली में एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि पायलट का कांग्रेस की विचारधारा में पूरा विश्वास है । पायलट की जो नाराजगी थी वह आलाकमान को बता चुके हैं । पायलट हमेशा यही कहते हैं कि जो आलाकमान कहेगा वह मंजूर होगा । माकन ने कहा कि राज्य में सब अंडर कंट्रोल है । राज्य से जुड़े सभी मामलों पर काम चल रहा है। सुष्मिता देव के कांग्रेस छोड़ने के बाद मंगलवार को जयपुर स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी नेता और कार्यकर्ता आपस में पायलट को लेकर चर्चा करते रहे ।