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Rajasthan Politics: गहलोत के बाद अब जोशी से भी कांग्रेस आलाकमान नाराज, एक विश्वस्त को निलंबित करने की तैयारी

Rajasthan Politics कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खेमे के तीन नेताओं के साथ ही विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी. पी. जोशी के प्रति भी नाराजगी जताई है। राजस्थान में कांग्रेस का सियासी संकट अभी खत्म नहीं हुआ है।

By Jagran NewsEdited By: PRITI JHAPublished: Fri, 30 Sep 2022 05:28 PM (IST)Updated: Fri, 30 Sep 2022 05:53 PM (IST)
Rajasthan Politics: राजस्थान में कांग्रेस का सियासी संकट

जयपुर, नरेन्द्र शर्मा। राजस्थान में कांग्रेस का सियासी संकट अभी खत्म नहीं हुआ है। कांग्रेस आलाकमान ने अगले दो सप्ताह में सत्ता और संगठन में बड़े पैमाने पर बदलाव कर सकता है। इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खेमे के तीन नेताओं के साथ ही विधानसभा अध्यक्ष डॉ.सी.पी.जोशी के प्रति भी नाराजगी जताई है।

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पुख्ता सूचना आलाकमान तक पहुंची

कांग्रेस कार्यसमिति के एक सदस्य ने बताया कि जोशी द्वारा विधायक दल की बैठक के समानांतर बैठक करने वाले विधायकों को अपने आवास पर पहुंचने की अनुमति देने, उनके लिए भोजन का प्रबंध करने और उनके लिए रणनीति बनाने की पुख्ता सूचना आलाकमान तक पहुंची है।

इस नेता ने बताया कि गहलोत ने भी सोनिया से हुई मुलाकात के दौरान सफाई देते हुए कहा कि संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल के आवास पर विधायकों की समानांतर बैठक होने और फिर जोशी के आवास पर पहुंचने को लेकर उन्हे जानकारी बाद में मिली थी।

जोशी को विधायकों से इस्तीफे नहीं लेने चाहिए थे

आलाकमान या सीएम से अनौपचारिक चर्चा किए बिना जोशी को विधायकों से इस्तीफे नहीं लेने चाहिए थे। उधर महासचिव अजय माकन के खिलाफ लगातार सार्वजनिक बयानबाजी करने के आरोप में राज्य पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ को पार्टी से निलंबित करने की भी तैयारी बताई जा रही है।

विधायकों को विधायक दल की बैठक में जाने से रोकने के मामले में राठौड़ को पहले ही कारण बताओ नोटिस जारी किया जा चुका है। आलाकमान की नाराजगी इस बात को लेकर है कि बृहस्पतिवार को एक तरफ तो गहलोत ने सोनिया से माफी मांगी । वहीं दूसरी तरफ उनके विश्वस्त राठौड़ ने माकन के खिलाफ प्रेस कांफ्रेंस कर आरोप लगाए । धारीवाल और मुख्य सचेतक महेश जोशी को पद से हटाने पर विचार किया जा रहा है।

माफीनामा या शिकायतनामा

बृहस्पतिवार को दस जनपथ के अंदर जाने से पहले गहलोत के हाथ का कागज जो कैमरों में कैद हुआ उसमें पायलट खेमे की गुंडागर्दी, भाजपा से मिलीभगत कर पार्टी छोड़ने तक का उल्लेख था। लिखा था गहलोत के पास 102 और पायलट को 18 विधायकों का समर्थन है। सबसे ऊपर लिखा था जो हुआ वह बहुत दुखद है, मैं बहुत दुखी और आहत हूं। आरजी (राहुल गांधी) के मुकाबले सीपी (सीपी जोशी) एवं एसपी (सचिन पायलट) भी लिखा था। विधायकों में भय का माहौल है। लिखा था कि भाजपा ने विधायकों को 50 करोड़ का आफर दिया था। राजनीति में हवा का रूख देखकर बदल जाते हैं। कांग्रेसियों में चर्चा है कि गहलोत का यह माफीनामा था या शिकायतनामा।

गाइडलाइन जारी

नेताओं की सार्वजनिक बयानबाजी पर नाराजगी जताते हुए संगठन महासचिव के.सी.वेणुगोपाल ने गाइडलाइन जारी कर नेताओं को बयानबाजी रोकने की हिदायत दी है। ऐसा करने वालों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की हिदायत दी गई है। 

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