अभिनेता अजय देवगन ने की अजमेर ख्वाजा साहब की दरगाह जियारत
dargah of Ajmer Khwaja Saheb विश्व विख्यात सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में सोमवार सुबह फिल्म अभिनेता अजय देवगन ने हाजरी दी और दुआ की।
अजमेर, जेएनएन। विश्व विख्यात सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह में सोमवार सुबह फिल्म अभिनेता अजय देवगन ने हाजरी दी और दुआ की। ख्वाजा गरीब नवाज की मजार पर फिल्म अभिनेता अजय देवगन ने मखमली चादर व अकीदत के फूल पेश कर अपने परिवार व अपनी कामयाबी के लिए दुआ मांगी।
अजय देवगन के आने की सूचना मिलते उनके प्रशंसकों की भीड़ दरगाह के अंदर और बाहर जमा हो गई। अपने चहेते फिल्म स्टार की एक झलक पाने के लिए सैकड़ों प्रंशसक उत्साहित थे। अपने मोबाइल में सिने अभिनेता की फोटो नजदीक से लेने के लिए भीड़ में जबरदस्त होड सी मची हुई थी।
फिल्म अभिनेता अजय देवगन को दरगाह जियारत खादिम कुतुबुद्दीन सकी ने करवाई और जियारत के बाद सकी ने अजय देवगन की दस्तारबंदी करके उन्हे तबर्रूक भेट किया। फिल्म अभिनेता अजय देवगन को भीड़ से बचाने के लिए पुलिस ने कड़े सुरक्षा के इंतजामात किए और उनके साथ आए बाउंसरों के बावजूद भीड़ में धक्का मुक्की के बीच ही अजय को दरगाह जियारत करनी पड़ी।
फिल्म बाला को लेकर काॅपीराइट का मामला, कोर्ट ने मांगा जवाब
आयुष्मान खुराना की फिल्म बाला की रिलीज को लेकर जयपुर के जिला न्यायालय ने बाला फिल्म की कहानी, संवाद और दिखाने के तरीके को कॉपीराइट एक्ट के तहत चुनौती देने के मामले में फिल्म के निर्माता मधोक फिल्मस् और वितरक एए फिल्मस् को समन जारी कर 6 नवंबर को जवाब देने को कहा है।
अदालत ने यह आदेश नमन गोयल के दावे पर दिए। दावे में कहा गया है कि उसने वर्ष 2010 में द बिगनिंग टू गेट बेल्ड फिल्म बनाई थी। इस फिल्म को नई दिल्ली में वर्ष 2011 में हुए मिनी बॉक्स ऑफिस फिल्म इंटरनेशनल फिल्म फेस्टीवल में बेस्ट फिल्म ऑडियंस का अवार्ड भी मिला था।
दावे में कहा गया कि बाला फिल्म में उसके मूल आइडिया को कॉपी किया गया है।वहीं फिल्म की कहानी, संवाद और दिखाने का तरीका भी उसकी फिल्म से कॉपी किया गया है। फिल्म का ट्रेलर और शुरूआत के बीस मिनट वादी की फिल्म की कॉपी से समान मिल रही है।
जबकि कॉपी करने से पहले बाला फिल्म के निर्माता और वितरक ने वादी से कोई अनुमति नहीं ली। ऐसे में यह कॉपी राइट एक्ट का उल्लंघन है। बाला फिल्म सात नवंबर को रिलीज होने वाली है। ऐसे में जब तक वादी का दावा तय नहीं हो जाता, जब तक फिल्म के रिलीज पर पाबंदी लगाई जाए।