Rajasthan: उदयपुर में आराध्या राव बोलीं, बचपन में मिले उलाहनों ने बदली जिंदगी
Aaradhya Rao In Udaipur. आराध्या ने बताया कि रंग हेल्थ ही सब कुछ नहीं कड़ी मेहनत के दम पर कुछ भी हासिल किया जा सकता है। हमें अपनी गलती से सीख लेते हुए आगे बढ़ते रहना चाहिए।
उदपुर, सुभाष शर्मा। Aaradhya Rao In Udaipur. ईवा मिस इंडिया सीजन-3 की विजेता आराध्या राव ने बताया कि किस तरह बचपन से मिले उलाहनों ने उनकी जिंदगी बदल दी। उन्हीं उलाहनों को जीवन से परे हटाकर नया करने की दृढ़ इच्छा ने उन्हें यहां तक पहुंचाया। आराध्या रविवार को उदयपुर पहुंची और इस दौरान उनसे बातचीत का मौका मिला।
आराध्या ने बताया कि उलाहनों की शुरुआत कक्षा पांच से ही हो गई थी। कभी हेल्थ तो कभी रंग को लेकर उन्हें उलाहने मिलते रहे। लेकिन उन्होंने निराश होने की बजाय उन्हीं उलाहनों से प्रेरणा लेकर नया करने की सोची और वह सफल भी रहीं।
आराध्या ने बताया कि नोएडा में आयोजित ईवा मिस इंडिया प्रतियोगिता के फाइनल में उनसे अंतिम प्रश्न जीवन में फैल्योर को लेकर ही पूछा था और उसका जबाव सुनने के बाद उसे ईवा मिस इंडिया बना दिया गया। आराध्या ने बताया कि रंग, हेल्थ ही सब कुछ नहीं, कड़ी मेहनत के दम पर कुछ भी हासिल किया जा सकता है। हमें अपनी गलती से सीख लेते हुए आगे बढ़ते रहना चाहिए। जीवन में हमें हर क्षण को इम्पू्रव करने की सोच रखनी चाहिए।
आराध्या ने बताया कि जीवन में सफलता प्राप्त करने के पीछे मेडिटेशन का बहुत बड़ा योगदान रहा। इसीलिए वह हर मनुष्य को प्रतिदिन मेडिटेशन की सलाह देती हैं। इससे व्यक्ति को पॉजीटिव एनर्जी मिलती है। उन्होंने कहा कि जीवन में सब कुछ हासिल किया जा सकता है बशर्ते आपका मन शांत हो। उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता में जम्मू-कश्मीर सहित देश भर से 1000 से अधिक युवतियों ने भाग लिया। इसमें से फिनाले में 22 युवतियां पहुंची और उन्होंने सभी प्रतिद्वंद्वियों को पीछे छोड़ते हुए ताज पर कब्जा जमाया। उन्होंने बताया कि वह संभाग के राव समाज की तीसरी लड़की हैं, जिसने समाज एवं परिवार का नाम रोशन किया है। इससे पूर्व सुमन राव और वर्षा राव इसी क्षेत्र में अपना नाम कमा चुकी हैं।
फेमिना मिस इंडिया का ताज पहनना है लक्ष्य
आराध्या का लक्ष्य फेमिना मिस इंडिया का ताज पहना है। उन्होंने बताया कि उनकी इस यात्रा में पूरे परिवार की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण रही। जब कभी निराश होती तो वह अपने परिवार के सदस्यों का चेहरा देखतीं तो उन्हें नई ऊर्जा एवं प्रेरणा मिलती।