Rajasthan: रिश्वत के मामले में एसीबी ने की चौथी गिरफ्तारी, आइएएस अधिकारियों से पूछताछ जारी
Rajasthan रिश्वत के मामले में एसीबी ने बीवीजी कंपनी के सहायक महाप्रबंधक देवेंद्र चौहान को रिश्वत देने के मामले में गिरफ्तार किया है। इस मामले में राज्य के वरिष्ठ आइएएस अधिकारी नीरज के पवन व प्रदीप गवड़े सहित नौ लोगों के खिलाफ एसीबी ने केस दर्ज किया है।
जयपुर, जागरण संवाददाता। राजस्थान राज्य कौशल विकास निगम (आरएसएलडीसी) से जुड़े रिश्वत मामले में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की कार्रवाई जारी है। इसी मामले में एसीबी की टीम ने बुधवार को बीवीजी कंपनी के सहायक महाप्रबंधक देवेंद्र चौहान को 12 लाख रुपये की रिश्वत देने के मामले में गिरफ्तार किया है। इस मामले में राज्य के वरिष्ठ आइएएस अधिकारी नीरज के पवन और प्रदीप गवड़े सहित नौ लोगों के खिलाफ एसीबी ने केस दर्ज किया है। दोनों आइएएस अधिकारियों के खिलाफ एसीबी को पुख्ता सबुत मिले हैं, उन पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। एसीबी की प्रारंभिक जांच में सामने आया कि बीवीजी कंपनी ने दलाल अमित शर्मा के माध्यम से आरएसएलडीसी के उच्च अधिकारियों को रिश्वत की रकम पहुंचाई थी। चौहान द्वारा दलाल के माध्यम से रिश्वत देने की बात सामने आई है। बुधवार को चौहान को नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया गया था। पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुष्पेंद्र सिंह राठौड़ इस मामले के जांच अधिकारी है।
इनकी भी हो चुकी है गिरफ्तारी
उल्लेखनीय है कि आरएसएलडीसी के दो अधिकारियों अशोक सांगवान और राहुल गर्ग को इस मामले में पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। एसीबी से मिली जानकारी के अनुसार, आएसएलडीसी के माध्यम से राज्य सरकार युवाओं को कौशल विकास का प्रशिक्षण दिलाकर रोजगार के अवसर पैदा करती है। आरएलडीसी इस काम में निजी फर्मों की मदद लेती है। युवाओं को प्रशिक्षण देने के बदले सरकार आरएसएलडीसी के माध्यम से फर्मों को भुगतान करती है। भुगतान आरएसएलडीसी के अधिकारियों की अनुशंसा पर किया जाता है। अनुशंसा करने के बदले ये अधिकारी फर्माें से रिश्वत लेते हैं। एक फर्म के डेढ़ करोड़ के बिल के भुगतान के बदले दलाल के माध्यम से अधिकारियों ने 12 लाख की रिश्वत मांगी थी मुखबिर की सूचना पर एसीबी की टीम ने कार्रवाई करते हुए इस मामले में चार लोगों को अब तक गिरफ्तार किया है। दो आइएएस अधिकारियों से लगातार पूछताछ की जा रही है।