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Video: बीकानेर में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई का अमेरिकी और भारतीय जवान कर रहे युद्धाभ्यास

Rajasthan बीकानेर के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में शनिवार सुबह सुरज उगने से पहले ही अमेरिका और भारतीय सेना के जवानों ने युद्धाभ्यास के दौरान आतंकियोें के काल्पनिक ठिकानों पर हमला बोला। दोनों सेनाओं के जवानों अपने-अपने हथियों से लैस होकर आतंकियों के ठिकानों पर पहुंचे।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Sat, 20 Feb 2021 02:50 PM (IST)Updated: Sat, 20 Feb 2021 02:50 PM (IST)
Video: बीकानेर में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई का अमेरिकी और भारतीय जवान कर रहे युद्धाभ्यास
बीकानेर में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई का अमेरिकी और भारतीय जवान कर रहे युद्धाभ्यास। फाइल फोटो

जागरण संवाददाता, जयपुर। Rajasthan: राजस्थान में बीकानेर के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में शनिवार सुबह सुरज उगने से पहले ही अमेरिका और भारतीय सेना के जवानों ने युद्धाभ्यास के दौरान आतंकियोें के काल्पनिक ठिकानों पर हमला बोला। दोनों सेनाओं के जवानों अपने-अपने हथियों से लैस होकर आतंकियों के ठिकानों पर पहुंचे। दोनों देशों की सेनाओं के बड़े अफसरों ने इसकी व्यूहरचना रची। इस युद्धाभ्यास का मकसद आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ना है। युद्धाभ्यास अंतिम चरण में पहुंच गया है। रेगिस्तान में टैंकों और अत्याधुनिक हथियारों से लैस दोनों सेनाओं के जवान अपनी शक्ति दिखा रहे हैं। शुक्रवार से शुरू हुई वेलिडेशन एक्सरसाइज में टैंकों से बमबारी और बंदूकों से गोलीबारी हो रही है।

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पूरी रात बम ओर गोलियों की आवाज महाजन फायरिंग रेंज में गूंजती रही। इस दौरान दोनों देशों के जवानों ने एक-दूसरे के हथियारों को चलाने का भी प्रशिक्षण लिया। उल्लेखनीय है कि इस युद्धाभ्यास में शामिल होने के लिए अमेरिकी सेना के 240 जवान यहां आए हैं। यहां आने वाली अमेरिका की सबसे पुरानी बटालियन का दल है। इसे इंफेंट्री बटालियन कहा जाता है। भारतीय सेना की अगुवाई सप्तशक्ति कमान की 11वीं बटालियन और जम्मू-कश्मीर राइफल्स कर रही है। युद्धाभ्यास मुख्य रूप से आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ने पर रहा है। युद्धाभ्यास रविवार को खत्म होगा। 

गौरतलब है कि राजस्थान में बीकानेर के महाजन फील्ड फायरिंग रेंज में अमेरिका और भारतीय सेना का दो सप्ताह से चल रहा युद्धाभ्यास अब अंतिम दौर में है। दोनों देशों का सैनिकों की अब वेलिडेशन अभ्यास शुरू हुआ, इसमें ज्यादातर असली युद्ध जैसा ही होता है। शुक्रवार से शुरू हुआ यह अभ्यास 54 घंटे तक दिन-रात चलेगा। इस दौरान आतंकी ठिकानों पर हमले से पहले सर्च ऑपरेशन चलाएंगे। इसके साथ ही शनिवार को सुबह जल्दी आतंकी ठिकानों उड़ाने का अभ्यास होगा। इस तरह के अभ्यास में भारत और अमेरिकी जवानों के मिले-जुले टूप्स बनाए गए हैं। ये एक साथ मिलकर दोनों देशों के हथियारों का उपयोग करेंगे।

शुक्रवार को दोनों देशों के जवानों ने काल्पनिक आतंकी ठिकानों का पता लगाने के लिए डॉग स्क्वायड की मदद ली। डॉग स्क्वायड ने आतंकियों के छिपे होने के ठिकानों को ढूंढ लिया। इसके बाद जवानों ने यहां तक पहुंचने के लिए रास्तों का खोलने सहित अन्य काम किया। यह अभ्यास शनिवार दोपहर तक चलेगा। सैन्य सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वेलिडेशन अभ्यास दोनों देशों की ओर से सीखे गए गुर को अजमाने की कड़ी है। इस दौरान सैनिक दोनों देशों के हथियारों का अभ्यास करने का प्रशिक्षण ले रहे हैं। जवानों ने अभ्यास के दौरान कितना सीखा, इसका ट्रायल इसी दौरान होता है, इस कारण इसे वेलिडेशन एक्सरसाइज कहते हैं। युद्धाभ्यास 21 फरवरी तक चलेगा।


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