Farmers Protest: नए कृषि कानूनों के खिलाफ राजस्थान के कई जिलों में किसानों का प्रदर्शन
Farmers Protest राजस्थान में दो घंटे तक जयपुर-दिल्ली हाइवे पर चक्का जाम कर प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान एहतियात के तौर भारी पुलिस बल भी तैनात रहा। इस कारण आने-जाने वाले लोगों को परेशानी हुई।
जागरण संवाददाता, जयपुर। Farmers Protest : केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ गुरुवार को राजस्थान के कई जिलों में प्रदर्शन हुए। जयपुर में किसानों के समर्थन में कम्युनिस्ट संगठनों ने प्रदर्शन किया। दो घंटे तक जयपुर-दिल्ली हाइवे पर चक्का जाम कर प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारेबाजी की। इस दौरान एहतियात के तौर भारी पुलिस बल भी तैनात रहा। जाम की स्थिति न बने, इसलिए दो घंटे तक यातायात डायवर्ट किया गया था। कोटा, अलवर, सीकर, झुंझुनूं, बीकानेर, श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ जिलों में भी किसानों ने कृषि कानूनों के विरोध में प्रदर्शन किया। यह विरोध प्रदर्शन अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति की ओर से किया गया।
समिति के पदाधिकारी डॉ.संजय ने बताया कि संघर्ष समिति ने राज्य में आंदोलन को व्यापक स्तर पर चलाने के लिए प्रदेश के सभी किसान संगठनों को साथ लाने का निर्णय किया है। उन्होंने प्रदेश सभी जनवादी संगठनों, किसान हितैषी राजनीतिक दलों और आम जनता से इस आंदोलन में सहयोग करने और साथ देने की अपील की है। उधर, राष्ट्रीय किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल शर्मा की अगुवाई में बुधवार को किसानों ने हरियाणा सीमा पर जाकर धरना प्रारंभ किया। ये सभी किसान दिल्ली कूच कर रहे थे। इन्हें हरियाणा सीमा पर रोक लिया गया था। गुरुवार को दूसरे दिन भी ये किसान सीमा पर ही धरना देकर बैठे हैं।
इधर, हरियाणा और उत्तर प्रदेश सीमा पर किसानों के डेरा डालने से दिल्ली के लोगों को परेशानी बढ़ी हुई है। बुधवार को भी किसान सिंघु व टीकरी बॉर्डर पर डटे रहे। औचंदी बॉर्डर भी पूरी तरह से सील रहा। झाड़ौदा बॉर्डर को भी सील कर दिया गया है। लगातार छह दिनों से हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर का दिल्ली से सड़क संपर्क कटा हुआ है। इस बीच, पंजाब के किसानों ने दिल्ली-गाजियाबाद की सीमा पर यूपी गेट पर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की।