Rajasthan: अशोक गहलोत ने पेट्रोल व डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी पर केंद्र को घेरा
Ashok Gehlot. पेट्रोल व डीजल के बढ़ते दामों के विरोध में सोमवार को कांग्रेस ने राजस्थान जिला मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन किए।
जागरण संवाददाता, जयपुर। Ashok Gehlot. राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को ट्वीट कर बढ़ती तेल की कीमतों को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि देश में तेल की कीमतों में वृद्धि भाजपा की पूरी तरह असंवेदनशील शासन का प्रमाण है। एनडीए एक ऐसे समय में मुनाफाखोरी कर रहा है, जब लोग इतनी कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। सरकार को जनता का पलायन रोकना चाहिए।
गहलोेत ने लिखा कि पिछले एक माह में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में लगभग हर दिन बढ़ोतरी हो रही है। इस तरह की निरंतर कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। इस तरह की निरंतर कीमतों में बढ़ोतरी गलत नीतियों का परिणाम है। पेट्रोल व डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी से महंगाई बढ़ेगी, परिवहन लागत और कृषि निवेश महंगा होगा।
उधर, पेट्रोल व डीजल के बढ़ते दामों के विरोध में सोमवार को कांग्रेस ने राजस्थान जिला मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन किए।
जयपुर में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट की अगुवाई में धरना दिया गया। इस मौके पर पायलट ने कहा कि केंद्र सरकार ने पिछले 23 दिनों से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी कर देश को गहरे आर्थिक संकट में डाल दिया। धरने में राज्यमंत्रिमंडल के सदस्य,विधायक और कांग्रेस नेता शामिल हुए।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्र सरकार से सवाल किया था कि आज सभी पड़ोसी देश हमारे खिलाफ क्यों हैं। पाकिस्तान तो पहले से ही खिलाफ था, नेपाल जो हिंदू राष्ट्र था वह भी हमारी जमीन पर कब्जा कर रहा है। नेपाल के साथ ही श्रीलंका भी चीन के दबाव में है। गहलोत ने कहा कि नरेंद्र मोदी जब से प्रधानमंत्री बने हैं, तब से पड़ोसी देश हमारे खिलाफ होते जा रहे है। मोदी जब मुख्यमंत्री थे, तब चार बार और प्रधानमंत्री बनने के बाद छह बार चीन गए। पीएम मोदी अहमदाबाद में चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग के साथ झूला झूले थे। मोदी अब तक कुल 18 बार चीन के नेताओं से मिले हैं। वैसे भाजपा के सभी नेताओं के चीन के साथ अच्छे रिश्ते रहे हैं, फिर ऐसा क्या कारण है कि सीमा पर विवाद हुआ, रिश्ते बिगड़े।