Coronavirus Rajasthan: राजस्थान के भीलवाड़ा में दो नए कोरोनोवायरस पॉजिटिव मामले सामने आए, अब तक कुल 45 पॉजिटिव केस
भीलवाड़ा में दो नए कोरोनोवायरस पॉजिटिव मामले सामने आए। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार राज्य में अब तक कुल 45 पॉजिटिव मामले हो गए हैं।
जयपुर,एएनआइ। भीलवाड़ा में दो नए कोरोनोवायरस पॉजिटिव मामले सामने आए। दोनों उस व्यक्ति के करीबी रिश्तेदार हैं जिनका कोरोना वायरस संक्रमण से कल शाम उनकी मृत्यु हो गई थी, स्वास्थ्य विभाग के अनुसार राज्य में अब तक कुल 45 पॉजिटिव मामले हो गए हैं।
राजस्थान में 24 घंटे के भीतर कोरोना वायरस से दूसरी मौत
राजस्थान में भीलवाड़ा के रहने वाले एक 60 साल के कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति की गुरुवार को मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार को इस बात की पुष्टि की। अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह ने कहा, "व्यक्ति को 6 मार्च को दिल का दौरा पड़ा था। शुरुआत में उसका इलाज स्वास्तिक अस्पताल में किया गया, फिर 7 मार्च को उसे बांगड़ अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। इसके बाद से वह 7 से 9 मार्च तक आईसीयू में रहा।"
कोरोना वायरस संक्रमित वृद्ध की गुरुवार को मौत
राजस्थान में कोरोना वायरस संक्रमित एक वृद्ध की गुरुवार को मौत हो गई। 73 वर्षीय वृद्ध की मौत का कारण जहां राज्य सरकार का चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग क्रोनिक किडनी डिजिज, ब्रेन स्ट्रोक व मधुमेह बता रहा है। वहीं, इलाज करने वाले चिकित्सक वृद्ध की मौत की वजह कोरोना वायरस बता रहे हैं। उधर, प्रदेश में दो नए पॉजिटिव केस मिले हैं। इनमें एक जयपुर के रामगंज इलाके का एक व्यक्ति और दूसरा झुंझुंनू निवासी युवक शामिल है। रामगंज का 45 वर्षीय पॉजिटिव ओमान से आया था, वहीं झुंझुनूं का 35 वर्षीय पीड़ित रियाद से आया था। दोनों को आइसोलेट किया गया है। इस तरह अब तक प्रदेश में कुल पॉजिटिव केसों की संख्या 45 हो गई है। भीलवाड़ा में सातवें दिन और झूंझुनूं के आधे शहर में आठवें दिन भी कर्फ्यू जारी रहा।
प्रदेश मे चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह ने वृद्ध की मौत की पुष्टि करते हुए कहा कि वृद्ध को ब्रेन स्ट्रोक के कारण गत तीन मार्च को बांगड़ अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह 11 मार्च तक भर्ती रहा। उसकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो चिकित्सकों ने डिस्चार्ज करते हुए परिजनों को उसे घर ले जाने की सलाह दी। 20 मार्च को भीलवाड़ा में तीन चिकित्सकों के पॉजिटव पाए जाने पर जिले में सर्वे का काम शुरू किया गया। इसी दौरान वृद्ध के सैंपल कोमा अवस्था में लिए गए तो वे पॉजिटिव पाए गए। उसकी किडनी भी खराब थी, जिस कारण वह डायलसिस पर था। वृद्ध भीलवाड़ा में कोविड 19 के प्रसार से पूर्व किडनी फेलियर व ब्रेन स्ट्रोक के कारण कोमा में था, अत: यह कहना सही नहीं है कि उसकी मौत कोरोना से हुई है। उसका अंतिम संस्कार सुरक्षा बंदोबस्त के बीच किया गया।
इटली के पर्यटक की हो चुकी है मौत
जयपुर के एसएमएस अस्पताल में गत 29 फरवरी को इंटली के एक दंपति को कोरोना संदिग्ध मानते हुए भर्ती कराया गया था। उसके सैंपल पॉजिटव आए। करीब एक सप्ताह के उपचार के बाद चिकित्सकों ने दंपती को कोरोना फ्री घोषित कर दिया। बाद में उसकी गत 20 मार्च को जयपुर के एक निजी अस्पताल में उसकी मौत हो गई, यहां उसे मधुमेह और फेंफड़ों की बीमारी के कारण भर्ती कराया गया था। वह चेन स्मोकर था।
भीलवाड़ा और झुंझुनूं बने कोरोना जोन
प्रदेश का भीलवाड़ा जिले में कोरोना का कहर सबसे अधिक है। यहां अब तक 18 पॉजिटिव केस पाए गए हैं। इनमें से 15 बांगड़ अस्पताल का मेडिकल स्टाफ शामिल है। यहां एक चिकित्सक सबसे पहले संक्रमित हुआ था, उसके यहां विदेश से मेहमान आए थे। उसी चिकित्सक के साथ काम करने वाले अन्य सहयोगी भी बाद में संक्रमित हो गए। इस पर हरकत में आए प्रशासन ने अब तक 80 हजार परिवारों के करीब चार लाख लोगों की स्क्रनिंग की है। यहां 149 रोगी हाइ रिस्क। होम आइसोलेशन में 6645 लोगों को रखा गया है। फिलहाल, 70 सैंपल की रिपोर्ट आना शेष है। यहीं के एक बुजुर्ग की मौत हुई है।
भीलवाड़ा जिला कलेक्टर राजेंद्र भट्ट ने बताया कि शहर में कर्फ्यू बिना छूट के जारी है। आवश्यक सामग्री का जिला प्रशासन की तरफ से वितरण किया जा रहा है। झुंझुनुं जिले में अब तक छह पॉजिटिव केस मिले हैं। यहां आधे शहर में कर्फ्यू लगाए जाने के साथ ही घर-घर सर्वे किया जा रहा है। जयपुर में नौ, पाली में एक, प्रतापगढ़ में दो, सीकर में एक, जोधपुर में पांच पॉजिटिव केस सामने आए हैं। प्रतापगढ़ और पाली के केस बुधवार देर रात सामने आए थे।