coronavirus:ख्वाजा साहब की दरगाह को जायरीन से खाली कराया, भीलवाड़ा में दो दर्जन लोग निकले थे पॉजीटिव
Coronavirus सूफी संत वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह को बंद करने का फैसला लेते हुए शुक्रवार को दरगाह बंद कर दी गई और जायरीन को अपने घरों की ओर लौट जाने का ऐलान किया।
अजमेर, जेएनएन। coronavirus in ajmer कोरोना वायरस के चलते जिला प्रशासन द्वारा दरगाह कमेटी और दोनों अंजुमन के पदाधिकारियों की सहमति से सूफी संत वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह को बंद करने का फैसला लेते हुए शुक्रवार को दरगाह बंद कर दी गई और जायरीन को अपने घरों की ओर लौट जाने का ऐलान किया। निजाम गेट पर माइक लगा जायरीन की रवनगी का ऐलान हुआ।
भीलवाड़ा में दो दर्जन लोगों के कोरोना वायरस के पॉजीटिव पाए जाने पर स्थानीय प्रशासन द्वारा आपात्कालीन बैठक हुई। बैठक में जिला कलेक्टर विश्व मोहन शर्मा, एसपी कुंवर राष्ट्रदीप, एडीएम सिटी अरविंद कुमार सेंगवा, हीरालाल मीणा, दरगाह का अंदरूनी प्रबंध संभालने वाली कमेटी के नाजिम शकील अहमद, अंजुमन सैयदजादगान के सदर सैय्यद मोइन चिश्ती, अंजुमन यादगार के अध्यक्ष अब्दुल जर्रार चिश्ती, दीवान पुत्र नसीरुद्दीन अली खान मौजूदगी में कलेक्टर शर्मा ने कहा कि भीलवाड़ा में वायरस के पॉजिटिव पाए गए हैं,
भीलवाड़ा से अजमेर दूर नहीं हैं। इसके चलते किसी संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता न ही जोखिम मोल लिया जा सकता। कलेक्टर की बात मानते हुए दरगाह से जुड़े प्रतिनिधियों ने एहतियात के तौर पर दरगाह को बंद करने का फैसला लेते हुए दरगाह के सभी गेट बंद कर दिए और जायरीन को दरगाह परिसर में जाने से रोकने के लिए मुख्य निजाम गेट के बाहर पुलिसकर्मी तैनात कर दिए।
वहीं दरगाह परिसर में बीस खादिमों को रहने की अनुमति है जो आस्ताने की खिदमात की रस्में निभाएंगे। परिसर में रहने वाले खादिमों के नाम की सूची बनाने की जि मेदार दोनों अंजुमन को दी गई है। अंजुमन जिनके नाम प्रशासन को सौंपेगी, उन्हें ही दरगाह परिसर में रह ने दिया जाएगा।