Coronavirus Effect: सब्जी से भी कम दाम पर आया चिकन, डीजे पर डांस कर बेच रहे हैं दुकानदार
कोरोना वायरस का संकट नॉन वेज का कारोबार करने वालों पर भी मंडराने लगा है । कोरोना वायरस के डर से चिकन की बिक्री खत्म सी हो गई है।
जयपुर, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस का संकट नॉन वेज का कारोबार करने वालों पर भी मंडराने लगा है। कोरोना वायरस के डर से चिकन की बिक्री खत्म सी हो गई है। पोल्ट्री में एक चूजे से दो किलो की मुर्गा बनने का समय 40 दिन तक का होता है। वहीं 40 दिन में एक चूजा 75 रुपये की खुराक खा जाता है। दुकानदारों का कहना है कि अब हालात यह होने लगे हैं कि रोजगार के नये साधन तलाशने होंगे । राजस्थान के बारां शहर में चिकन कारोबारियों ने बिक्री के लिए अनोखा तरीका अपनाया है।
दुकानदार अपनी दुकानों में डीजे लगवाकर म्यूजिक पर डांस कर इसे बेच रहे हैं। दुकानदार माइक पर आवाज लगाकर ग्राहकों को बुला रहे हैं। ये माइक पर बोलते हैं, सब्जी के दाम चिकन ले जाओ, हालांकि इसके बावजूद खरीददार नहीं आ रहे हैं। पहले 150 से 170 रुपये किलो मिलने वाला चिकन अब 35 रुपये किलो बिक रहा है, लेकिन फिर भी कोई नहीं खरीद रहा। दुकानदार रहमान और अब्दुल्ला का कहना है कि इतने कम दामों पर भी चिकन को कोई खरीदने वाला नहीं है। ऐसे में उनकी दुकान पर काम करने वालों का वेतन और किराया भी नहीं निकल रही है। अंडे के भी होलसेल रेट में भी कमी आई है। कोरोना वायरस से बचाव के लिए लोग हर संभव उपाय कर रहे हैं।
दुकानदारों का कहना है कि पहले लोग लाइन लगाकर मुर्गा खरीदते थे। लेकिन अब कोरोना को लेकर हुई दहशत के कारण मुर्गा और अंडा बाजार पूरी तरह से खत्म हो गया है। पोल्ट्री में एक चूजे से दो किलो की मुर्गा बनने का समय 40 दिन तक का होता है। वहीं 40 दिन में एक चूजा 75 रुपये की खुराक खा जाता है। दुकानदारों का कहना है कि अब हालात यह होने लगे हैं कि रोजगार के नये साधन तलाशने होंगे ।