राज्यपाल जगदीप धनखड़ बोले- ममता बनर्जी एक सुलझी हुई राजनेता है
राज्यपाल जगदीप धनखड़ का कहना है कि जम्मू-कश्मीर में धारा-370 का मैं शुरू से ही विरोधी रहा हूं और 35-ए को लेकर केंद्र सरकार द्वारा लिए गए निर्णय का समर्थन करता हूं।
जयपुर, जागरण संवाददाता। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ का कहना है कि जम्मू-कश्मीर में धारा-370 का मैं शुरू से ही विरोधी रहा हूं और 35-ए को लेकर केंद्र सरकार द्वारा लिए गए निर्णय का समर्थन करता हूं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जीवन में मैं मात्र दो बार मिला हूं। एक बार उस समय मिला था जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे और दूसरी बार राज्यपाल बनने के बाद मिला। मैने देखा कि मोदी देश को बहुत आगे ले जाना चाहते है।
धनखड़ ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की चर्चा करते हुए कहा कि राज्यपाल के तौर पर काम संभालने के बाद उनसे जब मेरी मुलाकात हुई तो मुझे यह अहसास हुआ कि वे सुलझी हुई राजनेता है।राजनीतिक हालात को लेकर उनका अपना नजरिया है। ममता बनर्जी ने पहली मुलाकात में मुझे मिठाई और कपड़े गिफ्ट में दिए।
उन्होंने कहा कि राज्यपाल बनने के बाद जब मैं पहली बार राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिला तो उन्होंने संविधान की पुस्तक देते हुए कहा कि कभी भी इससे इधर-उधर मत होना और मैं उनकी बात को ध्यान में रखकर काम कर रहा हूं।
सोमवार को जयपुर के पिंक सिटी प्रेस क्लब में आयोजित सम्मान समारोह में धनखड़ ने कहा कि राज्यपाल का पद कांटों का ताज नहीं है,बल्कि उनके लिए यह पद लोगों को पहले से अधिक सेवा करने का माध्यम है। उन्होंने कहा कि जब मुझे पश्चिम बंगाल का राज्यपाल नियुक्त किया गया तो तो अनेक लोगों ने कहा कि अब आगे खतरों भरा जीवन उनका इंतजार कर रहा है। लेकिन अब ऐसा नहीं लगता है।
उन्होंने कहा कि राजनीति मेरी कभी प्राथमिकता नहीं रही। हालात कुछ ऐसे बनते चले गए कि मैं राजनीति में आगे निकलता चला गया। उल्लेखनीय है कि धनखड़ राजस्थान में झुंझुनू जिले के मूल निवासी है और वे एक बार सांसद एवं एक बार विधायक रह चुके है।