दस माह बाद सचिन पायलट ने बनाई कार्यकारिणी
जयपुर, जागरण संवाद केंद्र। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस की कमान संभालने के करीब दस माह बाद अंतत: सचिन पा
जयपुर, जागरण संवाद केंद्र। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस की कमान संभालने के करीब दस माह बाद अंतत: सचिन पायलट ने अपनी कार्यकारिणी घोषित कर ही दी। काफी मशक्कत के बाद घोषित कार्यकारिणी में पायलट ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं राष्ट्रीय महासचिव डॉ. सी.पी. जोशी के समर्थकों को कोई विशेष तवज्जोह नहीं दी। हालांकि गहलोत के बेटे वैभव गहलोत को महासचिव अवश्य बनाया गया है। नई कार्यकारिणी में पायलट ने युवाओं विशेषकर स्वयं के समर्थकों को अधिक स्थान दिए है।
नई कार्यकारिणी के माध्यम से पायलट ने समूचे प्रदेश में अपने समर्थकों की टीम तैयार करने का प्रयास किया है। कई ऐसे लोगों को पदाधिकारी बनाया गया है जो कि अब तक सक्रिय राजनीति से दूर थे।
राज्य के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी कार्यकारिणी में 15 उपाध्यक्ष, 26 महासचिव, 43 सचिव एवं दो प्रवक्ता बनाए गए है। गहलोत, जोशी, मोहन प्रकाश, पूर्व केन्द्रीय मंत्री गिरिजा व्यास सहित 19 नेताओं को विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया गया है।
उल्लेखनीय है कि राज्य विधानसभा चुनाव में करारी हार के बाद तत्कालीन अध्यक्ष डॉ. चन्द्रभान को हटाकर केन्द्र में मंत्री रहते हुए पायलट को पीसीसी अध्यक्ष बनाया गया था।
अध्यक्ष पद संभालने के कुछ समय बाद हुए लोकसभा चुनाव में प्रदेश की सभी 25 संसदीय सीटों पर कांग्रेस की हार हुई। स्वयं पायलट भी चुनाव हार गए। लेकिन करीब दो माह पूर्व चार विस. सीटों पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशियों की जीत से पायलट का कद बढ़ा।
हालांकि पिछले सप्ताह सम्पन्न हुए स्थानीय निकाय चुनाव में कांग्रेस की करारी हार हुई। स्थानीय निकाय चुनाव में हार के बाद पायलट ने दो दिन पूर्व ही अपनी कार्यकारिणी भंग की थी।