महिला को सिंगापुर के बजाय भेज दिया सऊदी अरब, फिर बार-बार बिकती रही
चोहला साहिब निवासी महिला अपने चार बच्चों को छोड़कर सिंगापुर रवाना हुई तो उसे यह नहीं पता था कि वह सऊदी अरब पहुंच जाएगी और चार जगह बिकेगी भी।
जेएनएन, तरनतारन। चोहला साहिब निवासी महिला अपने चार बच्चों को छोड़कर सिंगापुर रवाना हुई तो उसे यह नहीं पता था कि वह सऊदी अरब पहुंच जाएगी और चार जगह बिकेगी भी। पेपर पासपोर्ट के जरिए भारत लौटी पीड़िता ने पुलिस को शिकायत की। शिकायत पर पुलिस ने शुक्रवार को मामला दर्ज किया।
पीड़िता ने बताया कि वह चोहला साहिब में ईंट भट्ठे पर काम करती है। भट्ठे पर मिलने वाली मजदूरी से चार बच्चों का पालन पोषण करना आसान नहीं था। उसने सिंगापुर जाने का इरादा बनाया। सिंगापुर जाने के लिए जालंधर जिले के थाना गोराया के गांव पद्दी खालसा निवासी सरबजीत लाल पुत्र ज्ञान चंद ने उसे प्रोत्साहित किया।
आरोपित ने उसे नई दिल्ली स्थित करोल बाग के समीप रजिंदर पलेस, मेट्रो स्टेशन पर केयर आस्था नामक संस्था चलाने वाली नीतू से मिलाया। दोनों ने उससे 32 हजार की राशि और पासपोर्ट ले लिया। 20 मई 2017 को जब वह जहाज से उतरी तो पता चला कि वह सिंगापुर नहीं, बल्कि सऊदी अरब पहुंची है। वहां पहुंचते ही अब्दुला नामक शेख के चुंगल में पहुंच गई।
उक्त शेख ने उसको सऊदी अरब स्थित दो परिवारों के यहां खाना बनाने का वादा देकर काम पर लगवा दिया। उसे कहा गया था कि दोनों परिवारों के पांच लोगों का खाना बनाना है। इस दौरान शेख ने उसे चार जगह कथित तौर पर बेच दिया। उससे एक दिन में 20 से 25 लोगों का खाना बनवाते रहे। मेहनताना देने के बजाय मानसिक तौर पर यातनाएं दी जाने लगी। उसने वहां 7 माह बमुश्किल गुजारे।
शेख से जब वतन वापस भेजने की गुहार की तो उसका पासपोर्ट छीन लिया गया। पीड़िता को वहां एक पंजाबी मिला। जिसके माध्यम से वह सऊदी अरब स्थित भारतीय दुतावास पहुंची। भारतीय दूतावास ने उसको पेपर पासपोर्ट के जरिए भारत डिपोर्ट कर दिया।
पीड़िता ने पुलिस को लिखित शिकायत की जिसकी जांच डीएसपी सब डिविजन गोइंदवाल साहिब हरदेव सिंह बोपाराय ने की। जांच के बाद थाना चोहला साहिब में सरबजीत लाल, नीतू कुमारी के खिलाफ मानव तस्करी का मामला दर्ज कर लिया गया है। थाना प्रभारी सोनमदीप कौर ने बताया कि आरोपितों की गिरफ्तारी लिए छापामारी शुरू कर दी गई है।