जमीन से रिश्तों के 'टूकड़े' : चाचा व चचेरे भाई से मिलकर सगे भाइयों को गोलियों से भून डाला
जमीन के लिए किसान मनजिंदर सिंह मन्ना ने दो सगे भाइयों को उस समय गोलियों से मौत के घाट उतार दिया जब वह अपने हिस्से वाली जमीन से पेड़ काटने लगे थे।
जासं, तरनतारन : जमीन के लिए किसान मनजिंदर सिंह मन्ना ने दो सगे भाइयों को उस समय गोलियों से मौत के घाट उतार दिया, जब वह अपने हिस्से वाली जमीन से पेड़ काटने लगे थे। आरोपित ने चाचा और उसके बेटे (चचेरे भाई) की मदद से घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
दरअसल, थाना झब्बाल के गांव कोट धर्मचंद कलां के किसान बहाल सिंह के पास दस किले जमीन थी। उसने तीन महीने पहले सारी जमीन बेटों दिलबाग सिंह बग्गा (44), लाल सिंह लाडी (40), मनजिंदर सिंह मन्ना (34) में बांट दी। इस जमीन पर कुछ पेड़ लगे थे, लेकिन पेड़ छांव देते हैं यह समझ उन्होंने इसका बंटवारा नहीं किया। मन्ना हिस्से को लेकर दोनों बड़े भाइयों से विवाद करता रहता था। उसने अपनी रसोई भी अलग कर ली थी। इसके चलते पिता बहाल सिंह व मां परमजीत कौर अपने दोनों बेटों दिलबाग सिंह बग्गा, लाल सिंह लाडी के साथ रहने लग पड़ गए। यह देखकर वह आग बबूला हो गया और दोनों भाइयों को सोमवार को धमकाया, परंतु उन्होंने मन्ना की बात का बुरा नहीं माना। मंगलवार सुबह नौ बजे दोनों भाई जब घर से खेतों में पेड़ काटने निकले तो मन्ना .32 बोर के लाइसेंसी रिवॉल्वर के साथ घर के बाहर चला गया। कुछ देर बाद वह चाचा दयाल सिंह, उसके बेटे गज्जण सिंह व तीन अज्ञात लोगों के साथ उस खेत में आ पहुंचा, जहां पर पेड़ों की कटाई हो रही थी। सभी के पास .32 बोर के रिवॉल्वर, .315 बोर की राइफलें थी। देखते ही देखते आरोपित मनजिंदर सिंह मन्ना ने दोनों भाइयों पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर पूरी राइफल खाली कर दी। इसके बाद परिजनों ने दोनों घायलों को स्थानीय सिविल अस्पताल लाया जहां पर दिलबाग सिंह बग्गा को मृत घोषित किया। वहीं, इलाज के दौरान लाडी ने भी दम तोड़ दिया। दिलबाग सिंह बग्गा के बेटे गुरप्रीत सिंह के बयान पर मनजिंदर सिंह, दयाल सिंह, गज्जण सिंह के अलावा तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ थाना झब्बाल में मामला दर्ज कर लिया है।
शवों व विधवा भाभियों के आंसू देख बार-बार बेहोश हुई बहन
गांव कोट धर्मचंद कलां में कई घरों के चूल्हे नहीं जल पाए। जिस घर में एक संयुक्त परिवार हंसता खेलता था, उस घर को जमीन के टुकड़े ने ऐसा ग्रहण लगाया कि मनजिंदर सिंह मन्ना का लहू पूरी तरह से सफेद हो गया। उसने गोलियों की बौछार करते हुए दो बड़े भाइयों को तो मौत के घाट उतार ही दिया। साथ ही उन दो सगी बहनों को भी विधवा बना दिया जो दिलबाग सिंह बग्गा और लाल सिंह लाडी के साथ शादी करके आई थी। छोटे भाई के हाथों दो बड़े भाइयों की हत्या की खबर सुनते ही जंडियाला गुरु में रहती बहन संदीप कौर पहुंच गई। एक तरफ दो बड़े भाइयों के शव व दूसरी तरफ विधवा हुई भाभियों को देख वह बार-बार बेहोश हो रही थी।
यह नहीं सोचा भाभियों ने उसका घर बसाया था
बुजुर्ग बहाल सिंह ने बताया कि बग्गा की पत्नी बलजीत कौर और लाडी की पत्नी हरजीत कौर सगी बहनें हैं, जो विधवा हो गई। बग्गा का बड़ा बेटा गुरप्रीत सिंह व छोटी बेटी किरनदीप कौर है, जबकि लाडी का एकलौता लड़का प्रभजीत सिंह है। बहाल सिंह ने बताया कि बलजीत कौर और हरजीत कौर द्वारा ही अपने मामा की पोती का रिश्ता मनजिंदर सिंह मन्ना से करवाया था, जो सभी रिश्तों का खून कर फरार हो गया।
हत्याकांड में पत्नी साथ थी या नहीं, जांच जारी
डीएसपी सुच्चा सिंह बल्ल का कहना है कि हत्याकांड में मनजिंदर सिंह मन्ना की पत्नी शामिल थी या नहीं इसकी जांच की जा रही है। सभी आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए थाना झब्बाल के प्रभारी हरिदर सिंह, ड्यूटी अफसर विपन कुमार, सुरिदर सिंह की ओर से छापामारी की जा रही है।