मेलबर्न से 17 दिन बाद ताबूत में घर पहुंचा जगरूप का शव
डेढ़ वर्ष पहले गांव लाखणा से ऑस्ट्रेलिया गए 22 वर्षीय जगरूप सिंह का शव 17 दिन बाद गांव पहुंचा।
जगमीत सिंह, भिखीविंड : डेढ़ वर्ष पहले गांव लाखणा से ऑस्ट्रेलिया गए 22 वर्षीय जगरूप सिंह का शव रविवार को ताबूत में पहुंचा। जिसे देखकर नवविवाहिता बहन मनजोत कौर रोते हुए अचानक बेहोश होकर गिर गई। मनजोत कौर को होश में लाने लिए जब मां रंजीत कौर पानी पिलाने लिए आगे बढ़ी तो वह भी बेहोश हो गई।
विधानसभा हलका खेमकरण के गांव लाखणा के रहने वाले किसान गुरपाल सिंह के लड़के जगरूप सिंह की 17वें दिन पहले ऑस्ट्रेलिया के शहर मेलबर्न में मौत हो गई थी। साधारण किसान परिवार से संबंधित जगरूप सिंह के शव को लॉकडाउन के बीच भारत लाना संभव नहीं था। ऑस्ट्रेलिया ओवरसीज कांग्रेस के उपाध्यक्ष सुखबीर सिंह संधू (माड़ीमेघा) ने मेलबर्न स्थित भारतीय हाई कमिशन कार्यालय में तैनात कौंसिलर जनरल राज कुमार के समक्ष मामला उठाया था। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया से दुबई के रास्ते शव गत रात दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा। रविवार को जगरूप सिंह का शव जब गांव लाया गया, तो पूरा क्षेत्र गमगीन हो उठा।
वहीं, पिता गुरपाल सिंह ने बताया कि अभी तो वह कर्जा भी नहीं उतर पाया जो जगरूप को विदेश भेजने के लिए उठाया था। अंतिम संस्कार के समय गांव का श्मशानघाट भी छोटा पड़ गया। मां और बहन का रोते रोते हुआ बुरा हाल
अपने एकलौते भाई के शव को देख बार-बार बेहोश होने वाली बहन मनजोत कौर कह रही थी कि तूं तां चंदरिया मेरे विवाह ते वी नहीं सी आया, हुण ऐनी केहड़ी काहली पै गई सी के तैनूं डब्बे विच बंद करके लेआंदा ऐ... मां रंजीत कौर कभी अपने लाल के शव को निहारती तो कभी उस घड़ी को कोसती जब उसने अपने लड़के को ऑस्ट्रेलिया भेजा था।
ये रहे मौजूद
इस मौके पूर्व चेयरमैन किरनजीत सिंह मिट्ठा माड़ीमेघा, आप के जिला अध्यक्ष गुरदेव सिंह लाखणा, कांग्रेसी अध्यक्ष सुरिदर शिंदा बुग्ग, सरपंच सुख निरंजन सिंह, सुखबीर सिंह टिक्का, कच्चा पक्का के एसएचओ बलविंदर सिंह, गुरलाल सिंह भगवानपुरा, जगरूप सिंह, राज सिंह, सुखदेव सिंह, जुगराज सिंह, रछपाल सिंह घुरकविंड, प्रलाद सिंह, पूर्व सरपंच गुरभेज सिंह, दलेर सिंह तपा बाठ, पंच गुरप्रीत सिंह, परसा सिंह बाबेके, वरियाम सिंह, पलविंदर सिंह, जसबीर सिंह, एएसआइ सरबजीत सिंह, बलवीर सिंह, भूपिंदर सिंह दिल्ली, सुरजीत सिंह और गुरविंदर सिंह मौजूद थे।