दुकानदारों की जागीर बने फुटपाथ, राहगीर परेशान
तरनतारन : गुरु नगरी की कोई भी सड़क या बाजार अवैध कब्जों से मुक्त नहीं है। इसके कारण यातायात प्रभावित हो रहा है।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : गुरु नगरी की कोई भी सड़क या बाजार अवैध कब्जों से मुक्त नहीं है। इसके कारण यातायात प्रभावित हो रहा है। लोगों को पैदल चलने में भी दिक्कते आ रही है।
बस अड्डा से बोहड़ी चौंक आते समय जंडियाला रोड वाली सड़क के दोनों तरफ दुकानदारों ने अवैध कब्जे किए हुए हैं। पैदल चलने के लिए बनाए गए फुटपाथों पर दुकानदार कब्जा जमाए हुए हैं। बोहड़ी चौंक में हलवाई और करियाने की दुकानों के बाहर भी फुटपाथ का कोई हिस्सा अवैध कब्जों से मुक्त नहीं है। बोहड़ी चौंक से श्री दरबार साहिब व तहसील चौंक से शिवाला मंदिर जाते समय पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। लंगर बाजार, नूरदी बाजार, नंगे पैरां वाला चौंक और सुपर बाजार में भी दुकानदारों द्वारा सामान दुकानों में रखने की बजाए बाजारों में फैलाया जाता है। राहगीर मेवा सिंह, सतनाम सिंह, कृपाल सिंह, जगजीत सिंह, मनप्रीत कौर, बलजीत कौर, सुखप्रीत कौर, कंवलजीत कौर का कहना है कि पूरा शहर कई वर्षो से अवैध कब्जों की लपेट में है। शहर के किसी भी बाजार में पैदल चलना मुश्किल हो चुका है। सबसे बड़ी समस्या यह है कि शहर में कोई भी पार्किग नहीं है।
राजनेता बन रहे अभियान में बाधा
समाज सेवी डॉ. कश्मीर सिंह सोहल, मंदीप शर्मा और हरजीत सिंह हीरा का कहना है कि शहर को अवैध कब्जों से मुक्त करवाने लिए पार्टीबाजी से उपर उठकर काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा जब भी शहर को अवैध कब्जों से मुक्त करने की मु¨हम चलाई जाती है तो उसमें कुछ सियासी नेता बाधा बन जाते है। शहर को सुंदर बनाने के लिए उसे अवैध कब्जों से मुक्त करवाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि बोहड़ी चौंक, तहसील चौंक और चार खंभा चौक से बाजारों में प्रवेश होते ही बेरिगेट लगाए गए हैं। पर इसके बावजूद आटो, रिक्शे, रेहड़ियां बाजारों में दाखिल हो जाती है जो बड़ी रुकावट बन जाती है।
जल्द चलाया जाएगा अभियान
नगर कौंसिल अध्यक्ष सुविंदर कौर का कहना है कि प्रशासन द्वारा जल्द ही बैठक करके अवैध कब्जों को हटाने के लिए अभियान चलाया जाएगा। किसी भी कीमत पर अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं होगा।
दुकानदार अपनी जिम्मेदारी समझें
ट्रैफिक पुलिस (सिटी) प्रभारी विनोद कुमार कहते हैं कि दुकानदारों को चाहिए कि वह प्रशासन को अपना सहयोग करें। शहर को अवैध कब्जों से मुक्त बनाने लिए समय समय पर मुहिम चलाई जाती है। मुहिम में कोई भी सियासी नेता दखल नहीं देता। दुकानदारों और रेहड़ी चालकों को चाहिए कि वह अपनी जिम्मेदारी को पहचाने।