कूड़े की समस्या होगी दूर, डंपिंग के लिए कौंसिल खरीदेगी जमीन
तरनतारन : शहर की बढ़ती आबादी के साथ कूड़े का उत्सर्जन भी प्रतिदिन 25 से 27 टन तक पहुंच गया है।
जागरण संवाददाता, तरनतारन : शहर की बढ़ती आबादी के साथ कूड़े का उत्सर्जन भी प्रतिदिन 25 से 27 टन तक पहुंच गया है। इस डंप करने की समस्या नगर कौंसिल के सामने मुंह बाए खड़ी है। डंपिंग की उचित व्यवस्था न होने के कारण आम लोगों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
उल्लेखनीय है कि गुरु नगरी की आबादी 1.20 लाख से अधिक हो चुकी है। यहां पर कुल 23 वार्ड हैं। शहर के लोगों के घरों, दुकानों, कारखानों और मैरिज पैलेसों का तरल और ठोस कचरा रोजाना 25 से 27 टन होता है। शिअद की सरकार समय नगर कौंसिल तरनतारन में जो कमेटी कायम थी। यह कमेटी उस समय अकाली नेता की जमीन पर ही कूड़ा डंप करती रही। करोड़ों की आमदनी होने के बावजूद नगर कौंसिल द्वारा कूड़ा डंप के लिए जमीन नहीं खरीदी गई। प्रदेश में सत्ता परिवर्तन होते ही शिअद की कमेटी भंग हो गई। इसके बाद नगर कौंसिल द्वारा डंप किए जाते कूड़े का मामला अदालत में पहुंच गया। अकाली नेता के एतराज जताए जाने पर अदालत ने उक्त जगह पर कूड़ा डंप करने से मना कर दिया। अब नतीजा यह है कि नगर कौंसिल कूड़ा डंप करने लिए जगह नहीं ढूंढ पा रही। शहर निवासी सु¨रदर सिंह, मनोज कुमार, हरजिंदर सिंह, हरि राम, तीर्थ सिंह, जसबीर सिंह, जसविंदर सिंह ने दैनिक जागरण को बताया कि कूड़ा डंप करने लिए नगर कौंसिल के पास जगह न होना चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि शहर के विभिन्न मार्गो पर सफाई कर्मी जब कूड़ा फेंकते हैं तो लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
जब कमाई थी तो क्यों नहीं खरीदी जगह : बीबी रंधावा
नगर कौंसिल अध्यक्ष सविंदर कौर रंधावा कहती हैं कि नगर कौंसिल को जब कमाई होती थी तो उसी समय कूड़ा डंप के लिए जगह खरीदनी चाहिए थी। नगर कौंसिल की कमेटी बदलने के बाद कूड़ा डंप करने की समस्या आ रही है। हलका विधायक डॉ. धर्मबीर अग्निहोत्री को उक्त समस्या से अवगत करवाया गया है। जल्द ही नगर कौंसिल द्वारा कूड़ा डंप करने लिए जगह का प्रबंध कर लिया जाएगा।