अस्पतालों और स्कूलों के निजीकरण के खिलाफ सेहत कर्मियों ने जलाया कैप्टन का पुतला
तरनतारन : पंजाब सरकार द्वारा पब्लिक प्राईवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) के तहत सरकारी अस्पतालों और स्कूलों को निजी हाथों में सौपने की बाबत पंजाब सरकार द्वारा नोटिस जारी किया गया है।
जागरण संवाददाता, तरनतारन : पंजाब सरकार द्वारा पब्लिक प्राईवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) के तहत सरकारी अस्पतालों और स्कूलों को निजी हाथों में सौपने की बाबत पंजाब सरकार द्वारा नोटिस जारी किया गया है।
इसके खिलाफ हेल्थ इंप्लाईज यूनियन पंजाब ने सरकार के फैसले की निंदा करते सिविल सर्जन कार्यालय में प्रदर्शन किया। इस मौके इंपलाईज यूनियन आर्गनाईजर इंद्रजीत सिंह मरहाणा ने कहा कि पेंडू और शहरी आबादी में स्थित डिस्पेंसरियों, पब्लिक हेल्थ सेंटरों, कम्यूनिटी हेल्थ केंद्रों व स्कूलों को निजी हाथों में देकर सरकार आम लोगों से शिक्षा और सेहत सेवाओं का अधिकार छीनना चाहती है। इस मौके गुरदेव सिंह ढिल्लों, परमजीत सिंह माहला, प्रदीप सिंह, गुरमुख सिंह नारला, मेजर सिंह धुन, गुरबीर सिंह पंडोरी, नछतर सिंह ने कहा कि कैप्टन अमरेंद्र सिंह की सरकार द्वारा सरकारी विभागों का निजीकरण करके आम लोगों और सरकारी कर्मियों के साथ धोखा किया जा रहा है। इस मौके मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह का पुतला जलाया गया। इस मौके हरबिंदर सिंह, रणबीर सिंह चीमा, गगनदीप सिंह, सुखविंदर सिंह सुरसिंह, गुरमीत सिंह झब्बाल, सुखविंदर सिंह बाबा, लाली झब्बाल, नवतेज सिंह, तेजिंदर सिंह कोट, तेजिंदर सिंह कदगिल, पदार्थ सिंह, निर्मल सिंह देऊ, सु¨रदर सिंह खेमकरन, दलजीत सिंह खेमकरन, विकरात चौधरी, गुरमेल सिंह बाबा, कंवलजीत सिंक पखोके, मनजिंदर सिंह गोहलवड़ ने संबोधन किया।