जिस पार्टी ने सांसद बनाया उसी को कमजोर करने में लगे हैं ब्रह्मापुरा
तरनतारन : उम्र दराज और खराब सेहत का हवाला देकर शिअद के पदों से त्याग पत्र देने वाले माझे के जरनैल जत्थेदार रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा के खिलाफ उन्ही के भांजे जत्थेदार अलविंदरपाल सिंह पखोके ने मोर्चा खोल दिया।
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : उम्र दराज और खराब सेहत का हवाला देकर शिअद के पदों से त्याग पत्र देने वाले माझे के जरनैल जत्थेदार रणजीत सिंह ब्रह्मपुरा के खिलाफ उन्ही के भांजे जत्थेदार अलविंदरपाल सिंह पखोके ने मोर्चा खोल दिया।
विधान सभा हलका खडूर साहिब की जिम्मेदारी संभालने लिए तैयार हुए अलविंदरपाल सिंह पखोके ने पार्टी लीडरशिप को साथ लेकर मंगलवार को तरनतारन में प्रेस कान्फ्रेंस की। पखोके ने कहा कि उसी शिअद के खिलाफ जत्थेदार रंजीत सिंह ब्रह्मपुरा जहर उगल रहे हैं जिसने उनको चार बार विधायक, दो बार कैबिनेट मंत्री और एक बार सांसद बनाया। उन्होंने कहा कि बादल परिवार शिअद और सिख कौम को समर्पित रहा है। जिस परिवार के चलते जत्थेदार रंजीत सिंह ब्रह्मपुरा अपना दामन साफ बताते हैं। उसी शिअद को कमजोर करने लिए चार नवंबर को खडूर साहिब में बैठक कर रहे हैं। यह बैठक शिअद सिद्धांत के खिलाफ है। मुझे सबक सिखाने की जरूरत नहीं : ब्रह्मपुरा
सांसद रंजीत सिंह ब्रह्मपुरा ने कहा कि अलविंदरपाल सिंह पखोके हों या फिर गुरबचन सिंह करमूवाला। इतिहास गवाह है कि यह सभी आज नेता इस लिए हैं क्योंकि राजनीति में इनकी ऊंगली मैने ही पकड़ी। मुझे किसी तरह का सबक सिखाने की जरूरत नहीं। उम्र और रुतबे में इन सभी से कहीं वरिष्ठ हूं। जत्थेदार ब्रह्मपुरा कहते हैं कि चार नवंबर की होने वाली बैठक शिअद को कमजोर करने के लिए नहीं बल्कि खडूर साहिब हलके के वर्करों की भावनाओं के कारण रखी गई है। हाई कमान को दूंगा रिपोर्ट : प्रो. वल्टोहा
शिअद के प्रवक्ता प्रो. विरसा सिंह वल्टोहा ने कहा कि जत्थेदार रंजीत सिंह ब्रह्मपुरा मेरे लिए सम्मानित नेता हैं। उनका पार्टी के खिलाफ जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि ब्रह्मपुरा द्वारा की जा रही बैठकें शिअद के सिद्धांतों के खिलाफ है। इसकी रिपोर्ट पार्टी हाई कमान को सौंपी जा रही है।