कई कर्मियों की जान बचा नायक बने तपतेज सिंह
कैलिफोर्निया के सैन होजे रेल यार्ड में हुई गोलीबारी में 36 वर्षीय सिख तपतेज सिंह ने मरने से पहले अपने कुछ साथियों की जान बचाई थी।
लास एंजिलिस, तरनतारन : कैलिफोर्निया के सैन होजे रेल यार्ड में हुई गोलीबारी में 36 वर्षीय सिख तपतेज सिंह ने मरने से पहले अपने कुछ साथियों की जान बचाई थी। इस बात की जानकारी घटना के दौरान मौजूद कर्मचारियों ने तपतेज के परिजनों को दी।
रेल यार्ड में वहीं के एक कर्मचारी ने गोलीबारी करते हुए नौ लोगों की हत्या कर दी थी। उनमें मूल रूप से तरनतारन जिले के गांव गगड़ेवाल के रहने वाले तपतेज सिंह भी थे। सैन होजे के सेंट्रल हाल में हुई शोक सभा में उनके साथियों ने बताया कि गोलीबारी के दौरान हम सभी कमरे में छिप गए थे, तपतेज सिंह भी वहीं थे, लेकिन वह दूसरों की जान बचाने के लिए कमरे से बाहर चले गए। उन्होंने कई कर्मियों की जान बचाई और भागने में मदद की। बाद में मदद करते हुए वह खुद ही गोली का शिकार हो गए। रेल यार्ड के एक कर्मचारी सुखबीर सिंह ने बताया कि तपतेज के कारण ही कुछ लोग सुरक्षित अपने घर सुरक्षित पहुंच पाए। स्वजनों ने कहा कि तपतेज ने मरने से पहले भी सिख धर्म के मूल्यों को निभाया और लोगों की जान बचाई।
बता दें कि विधानसभा हलका बाबा बकाला में आते गांव गगड़ेवाल निवासी तपतेज सिंह गिल सैम केसडीवीवीटीए कंपनी में यार्ड में ही ड्यूटी करते थे। तपतेज सिंह की मौत की खबर सुनते ही पैतृक गांव गगड़ेवाल में मातम छा गया। सरबजीत सिंह पत्नी समेत 20 वर्ष पहले अमेरिका चले गए थे। सरबजीत ने करीब 13 साल पहले अपने दोनों लड़कों तपतेज सिंह गिल व कर्मन सिंह को भी वहां बुला लिया था। 30 एकड़ जमीन के मालिक गिल परिवार गुरसिख है। तपतेज के चार साल का बेटा जोतसरूप सिंह और दो साल की बेटी साहिब कौर हैं। गांव के इंद्रपाल ने बताया कि तपतेज सिंह गिल के परिवार की 30 एकड़ जमीन ठेके पर है। दो वर्ष पहले गिल गांव आए थे। करीब 15 दिन रहने के बाद वापस चले गए। सभी से वह बहुत प्यार करते थे। रोज गुरुद्वारा साहिब भी जाते थे। हालांकि दो माह पहले तपतेज के पिता सरबजीत भी यहां आए थे।