जाधव को परिवार से मिलाते समय नहीं होनी चाहिए नापाक शरारत
-शहीद सरबजीत की बहन दलबीर कौर ने कहा- रब करे घर लौट आएं जाधव --- धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनता
-शहीद सरबजीत की बहन दलबीर कौर ने कहा- रब करे घर लौट आएं जाधव
---
धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन : पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी और बिजनेसमैन कुलभूषण जाधव की मां और पत्नी को उनसे मिलने के लिए 25 दिसंबर की तारीख तय की गई है। इस पर शहीद सरबजीत सिंह की बहन दलबीर कौर ने कहा है कि यह खुशी की बात है। अब देखना यह है कि इस मामले में पाकिस्तान अपनी नापाक शरारत करने से बाज आता है या नहीं।
पाकिस्तान की जेल में मौत की सजा का सामना कर रहे कुलभूषण जाधव के मामले में उन्होंने दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि जाधव को उनके परिवार से मिलाते समय पाकिस्तानी जेल अधिकारियों और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों का जमावड़ा नहीं होना चाहिए। दलबीर कौर ने खुलासा किया कि वह पहली बार परिवार समेत 2008 में सरबजीत को जेल की काल कोठरी में मिली थी। 2011 में दो बार अकेले सरबजीत को जेल में मिली। तीनों मुलाकातों दौरान पाकिस्तान के अधिकारियों की मौजूदगी रही थी, जो ठीक नहीं थी। पाकिस्तान समय-समय पर अपने नापाक इरादे जाहिर करता रहा है।
पाक की नीयत पर भरोसा नहीं
कुलभूषण यादव की परिवार से मुलाकात के अच्छे नतीजे सामने आने की उम्मीद है, लेकिन पता नहीं क्यों पाकिस्तान की नीयत पर संदेह होता है। कुलभूषण जाधव की पत्नी और मां से मुलाकात अकेले में होनी चाहिए ताकि पता चले कि कुलभूषण जाधव पर क्या-क्या कहर बरपा है और पाकिस्तानी जेल अधिकारियों का रवैया कैसा है। दलबीर कौर ने बताया कि सरबजीत की रिहाई के लिए उसने लंबी लड़ाई लड़ी। मुलाकातों के दौरान सरबजीत ने आप बीती को खुल कर बखान किया,
जिसके चलते लड़ाई में सरबजीत की रिहाई यकीनी थी, लेकिन पाकिस्तान के नापाक इरादों तहत सरबजीत को शहीद कर दिया गया। दलबीर कौर ने कहा कि केंद्र सरकार ने कुलभूषण जाधव का मामला मजबूती से उठाया है, जिसके लिए केंद्र बधाई का हकदार है। केंद्र की कोशिश से ही कुलभूषण यादव को परिवार से मिलाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कुलभूषण जाधव जब तक देश नहीं लौट आते उतनी देर तक पाकिस्तान पर यकीन नहीं किया जा सकता